ये देश बंद करना चाहता है कोविड मरीज़ों की गिनती, क्या हालात सामान्य बनाने कारगर होगा ये उपाय?

ये देश बंद करना चाहता है कोविड मरीज़ों की गिनती, क्या हालात सामान्य बनाने कारगर होगा ये उपाय?

मात्र गंभीर और आईसीयू पर रहे मरीजों की स्थिति का दिया जाएगा जायजा, देश के दो तिहाई लोगों को लग चुकी है कोरोना की वैक्सीन

दुनिया भर में कोरोना वायरस का प्रकोप काफी बड़े पैमाने पर फैला हुआ है। दुनिया भर के कई देश फिलहाल देश भर में चल रहे कोरोना के मरीजों के आंकड़े बताकर लोगों को कोरोना की स्थिति के बारे में जानकारी दे रहे है। हालांकि इस बारे में सिंगापोर ने अब अपनी एक नई सोच पर काम करने जा रहा है। सिंगापोर की स्पेशल कोविड 19 टास्क फोर्स ने मास कोंटेक्ट ट्रेसिंग के जरिये क्वारंटिन फ्री ट्रावेल और फिर से आम जनता के लिए अन्य कई नियंत्रणों को कम करने का सुझाव दिया है। इसके अलावा टास्क फोर्स द्वारा हर दिन के कोरोना केस की गिनती को भी नहीं दिखाने का प्रस्ताव रखा है। 
टास्क फोर्स के सदस्यों ने बताया की अब सभी को कोरोना के साथ रहने की आदत डाल लेनी चाहिए। देश में लगभग दो तिहाई लोगों ने वैक्सीन लगा ली है। इसके अलावा अगस्त के पहले सप्ताह में सभी को वैक्सीन खतम हो सकता है। जिसके बाद देश में कोरोना की स्थिति का मॉनिटर करने की पद्धति बदल दी जाएगी। इसके बाद तंत्र द्वारा मात्र यह जानकारी दी जाएगी, जिसमें यह बताया जाएगा की कितने लोग बुरी तरह से बीमार है और कितने लोग अभी भी आईसीयू में इलाज ले रहे है। इसके अलावा इनफ़ेकटेड मरीजों को घर पर भी रिकवर होने की अनुमति दी जाएगी। 
इसके अलावा सरकार ने भी जल्द से जल्द कोंटेक्ट ट्रेसिंग के लिए अन्य मेथड का इस्तेमाल करने की अनुमति दी है। जिससे की तेजी से चेकिंग की जा सकेगी। इसके अलावा उन्होंने लोगों को भी अपनी सामाजिक ज़िम्मेदारी का पालन करते हुये स्वच्छता रखने की और बीमार रहने पर भीड़ से दूर रहने की हिदायत दी। बता दे की सिंगापोर ने अब तक जिस तरह से कोरोना वायरस को कंट्रोल किया है वह सबक में काबिले तारीफ है। बॉर्डर कंट्रोल, क्वारंटाइन के नियम और कोंटेक्ट ट्रेसिंग के कई नियमों के चलते सिंगापोर ने वाइरस को अधिक लोगों तक पहुँचने से बचाया है।