क्या ब्रिटेन में बढ़ रहे कोरोना के मामले तीसरी लहर की शुरुआत है?

क्या ब्रिटेन में बढ़ रहे कोरोना के मामले तीसरी लहर की शुरुआत है?

जल्द ही मिल सकती है कोरोना संबंधी सभी नियंत्रणों से छुट, 14 जून को लिया जाएगा अंतिम फैसला

भारत भर में कोरोना की दूसरी लहर के बाद तीसरे लहरे के आने की संभावनाएं व्यक्त की जा रही है। ऐसे में ब्रिटन से जो न्यूज आई है वह काफी हैरान और परेशान कर देने वाली है। ब्रिटिश सरकार को उनके सलाहकार वैज्ञानिक ने सावधान करते हुये ब्रिटेन के कोरोना वायरस के तीसरे लहर की शुरुआत में होने की आशंका व्यक्त की थी। एक न्यूज एजंसी की मुताबिक, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रवि गुप्ता ने देश में सामने आए 3 हजार से अधिक केसों का हवाला देते हुये यह बात कही थी। 
बीबीसी को दिये अपने इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से फिलहाल सामने आ रहे मामले तुलनात्मक रूप से कम दिखाई दे रहे है, पर यह खतरा हो सकती है। किसी भी महामारी की शुरुआत कम नंबरों के साथ ही होती है, हालांकि इसके बाद वह नंबर काफी तेजी से बढ्ने लगते है। हालांकि ब्रिटेन में टीकाकरण कार्यक्रम की तेजी के चलते हो सकता है की यह लहर आने में अधिक समय लगे। 21 जून से इंग्लैंड में कोविड पाबंदियों को खतम करने के बारे में बात करते हुये उन्होंने कहा कि फिलहाल इस विचार को स्थगित करना चाहिए। 
बता दे कि इंग्लैंड में 17 मई से पब, बार, रेस्टोरेन्ट को इंडोर खेलने की अनुमति दी गई, जबकि बच्चों के प्लेग्राउंड, म्यूजियम और सिनेमा सहित इंडोर मनोरंजन की सभी चीजें खोल दी गई है। ग्रीन लिस्ट वाले देशों में यात्रा करने की भी अनुमति मिल चुकी है। इसके अलावा 21 जून से कोविड की शर्तों में भी ढील देने की विचारणा चल रही है। हालांकि इसके बारे में अंतिम फैसला 14 जून को लिया जाएगा। 
वही इजराएल में हर्ड इम्यूनिटी की स्थिति आने के बाद अब से दैनिक मात्र 15 केस ही सामने आ रहे है। जिसके चलते मंगलवार को सभी प्रतिबंधों को हटा लिया गया है। देश में सभी स्कूल पूरी तरह से खुल गए है और लोगों को मास्क की भी जरूरत नहीं है। इसके अलावा लोग अब रैलियाँ और सभा भी कर सकते है। देश भर में हर्ड इम्यूनिटी की स्थिति प्राप्त होने के बाद ग्रीन पासपोर्ट के नियम भी समाप्त कर दिया गया है। हालांकि इजराएल में अभी तक सिर्फ 60 प्रतिशत लोगों को ही टीका लगा है, जिसमें अधिकतर वयस्क है।