मात्र 18 हजार में इस भारतीय ने तय की मुंबई से दुबई तक की 'शाही यात्रा', जानें कैसा रहा अनुभव

मात्र 18 हजार में इस भारतीय ने तय की मुंबई से दुबई तक की 'शाही यात्रा', जानें कैसा रहा अनुभव

360 की क्षमता वाले प्लेन में व्यक्ति ने की अकेले यात्रा, खास तौर पर उद्देशित की गई प्लेन की सभी सूचनाएँ

कोरोना काल में अनेक देशों ने भारतियों के आने पर प्रतिबंध रखा हुआ है। ऐसे में एक यात्री ने मुंबई से दुबई की फ्लाइट में शाही यात्रा का आनंद लिया था। हालांकि इसके लिए उसने कोई भी एक्सट्रा चार्ज नहीं दिया था। हकीकत में फ्लाइट के लिए भावेश नाम के एक 40 साल के व्यक्ति ने एक सप्ताह पहले ही टिकट बुक कारवाई थी। टिकट के लिए भावेश ने 18 हजार रुपए खर्च किए थे और इस दौरान उसने बोइंग 777 एयरक्राफ्ट में अकेले यात्रा की थी। वैसे तो यूएई द्वारा भी भारतियों को वहाँ आने पर प्रतिबंध है, पर वहाँ के नागरिकों और गोल्डन वीजा होल्डर तथा राजद्वारी स्टाफ को वहाँ आने की छुट दी गई है। 
ऐसे में गोल्डन वीजा के मालिक स्टारजेम ग्रुप के सीईओ भावेश झवेरी ने 19 मई के दिन की मुंबई से दुबई की एमिरेट्स एयरलाइन्स की टिकट बुक करवाई थी। आम तौर पर बिजनेस क्लास में सफर करने वाले भावेश ने इस बार इकोनोमी क्लास की टिकट 18 हजार देकर बुक की थी। हालांकि टिकट में तारीख नहीं थी, जिसके चलते उसे एयरपोर्ट पर एंट्री नहीं दी जा रही थी। जिसके चलते भावेश ने एयरलाइन्स स्टाफ को फोन किया तो पता चला की पूरा स्टाफ मात्र एक उनकी प्रतीक्षा में ही था। 360 लोगों की क्षमता वाले इस बोइंग एयरक्राफ्ट में वह एक मात्र मुसाफिर थे। इस दौरान अपने अनुभवों को भावेश ने साझा किया था। 
भावेश ने कहा की प्लेन में एंट्री लेते समय एयरहोस्टेस ने सामान्य से अलग तौर पर ही उसका स्वागत किया। इसके अलावा पायलट ने भी कोकपीट में से बाहर आकर उसके साथ मज़ाक करते हुये कहा की क्या वह उन्हें प्लेन की टूर करवा सकता है। इस पूरे सफर के दौरान सीट बेल्ट पहनने से लेकर फ्लाइट लैंड होने की सभी सूचनाएँ मात्र भावेश को उद्देशित करके ही कही गई।
बता दे की भावेश जिस एयरक्राफ्ट से दुबई पहुंचे थे, उसे दुनिया का सबसे बड़ा ट्विन इंजिन एयरक्राफ्ट माना जाता है। जिसका वजन 17 टन है। इस प्लेन को मुंबई से दुबई पहुँचने में 8 लाख रुपए का फ्यूल लगता है। ऐसे में लाखो रुपए की इस यात्रा का आनंद भावेश ने मात्र 18 हजार देकर ही ले लिया। भावेश ने बताया की इसके पहले भी वह पिछले साल जून में चार्टर्ड प्लेन के जरिये मुंबई आए थे। जिस दौरान 14 लोगों की क्षमता वाले उस जहाज में 9 लोगों ने यात्रा की थी। पर इस बार का अनुभव कुछ और ही था।