आइन्स्टाइन के इस लेटर का हुआ ऑक्शन, 8.75 करोड़ में लगी बोली

आइन्स्टाइन के इस लेटर का हुआ ऑक्शन, 8.75 करोड़ में लगी बोली

महान भौतिकशास्त्री आल्बर्ट आइन्स्टाइन ने भौतिकशास्त्र की दुनिया में कई शोध करके दुनिया को अमूल्य तोहफे दिये है। कुछ ही दिन पहले उन्होंने अपने हाथ से लिखे एक लेटर की नीलामी हुई थी। जिसमें उस लेटर की 8.75 करोड़ की बोली लगी थी। इस लेटर में उन्होंने अपना सबसे प्रसिद्ध इकवेशन E=mc² साबित करके दिखाया था। एनर्जी और मास के बीच का संबंध बताने वाला यह फोर्म्युला साल 1905 में सबसे पहले आइन्स्टाइन के साईंटिफ़िक पेपर में पब्लिश हुई थी। जिसके बाद साल 1946 में लुड़वीक सिबरस्टाइन को उन्होंने यह लेटर दे दिया था। 
अमेरिका के आरआर ऑक्शन हाउस ने इस लेटर की जो कीमत लगाई थी, उससे तीन गुना कीमत में इस लेटर की बोली लगी है। एक पेज का यह लेटर खरीदने वाले व्यक्ति का नाम जाहीर नहीं किया गया है। 13 मई से शुरू हुई यह नीलामी 20 मई को खतम हुई थी। आरआर ऑक्शन हाउस के एक्सेक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट बॉबी लिविंगस्टन ने कहा की यह लेटर फिजिक्स और हॉलग्राफिक दोनों के नजरिए से काफी महत्वपूर्ण है। 
(Photo Credit : divyabhaskar.co.in)

बता दे की आइन्स्टाइन का जन्म जर्मनी के एक यहूदी परिवार में 14 मार्च को हुआ था। जिनके पिता एक सेल्समेन थे और अपने पुत्र को इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनाना चाहते थे। फिजिक्स के क्षेत्र में उनकी सेवा और खास करके फोटोइलेक्ट्रिक असर के सिद्धांत की खोज करने के लिए उन्हें साल 1992 में नोबल प्राइज़ भी दिया गया था। साल 1955 में किडनी में उनकी एक नस फट जाने के कारण उनकी मौत हुई थी। अपने जीवन के अंतिम समय में वह कई समय तक बीमारी से परेशान रहे थे। 
अंतिम क्रिया के पहले आल्बर्ट आइन्स्टाइन का दिमाग निकाल कर उसे संरक्षित रख दिया गया था। जिससे की भविष्य में यह पता लगाया जा सके की आखिर वह इतने बुद्धिशाली कैसे थे। 
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