कोरोना से छुटकारे के लिये अब इस टैबलेट से है उम्मीद, जानें कैसे रहे अब तक के परिणाम

कोरोना से छुटकारे के लिये अब इस टैबलेट से है उम्मीद, जानें कैसे रहे अब तक के परिणाम

आशास्पद दिखे है प्रारंभिक क्लीनिकल ट्रायल्स, जल्द ही शुरू होगा मानव परीक्षण

बीते एक साल-डेढ़ साल से देश भर में कोरोना का आतंक है। बीते दो महीने में कोरोना का संक्रमण बहुत बढ़ चुका है। देश के कई राज्य आपातकालीन परिस्थितियों में पहुँच चुके है। इस महामारी की शुरुआत के बाद से भारत सहित कई देशों ने इस बीमारी से बचने और इसे रोकने के लिए टीके बनाने शुरू कर दिए थे। भारत के दो स्वदेशी टीकों के अलावा संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, आदि सहित अन्य देशों में टीके विकसित किए गए हैं। इसी बीच एक बड़ी जानकारी सामने आई है कि कोविड -19 को खत्म करने के लिए रिजबैक बायोथेराप्यूटिक और मर्क नाम की दो अमेरिकी कंपनियां मिलकर एक टैबलेट मोलनुपीरवीर पर काम कर रही हैं।
आपको बता दें कि दोनों कंपनियों ने ना सिर्फ ऐसे टैबलेट विकासित किए है बल्कि उनके नैदानिक परीक्षण भी शुरू हो चुके हैं। इस क्लिनिकल परिक्षण के परिणाम आशास्पद है। इसके परिक्षण के शुरुआती चरण में इस टैबलेट का कोरोना वायरस के खिलाफ असर देखा जा रहा है।अगर सब कुछ सही रहा और परिणाम ऐसे ही सकारात्मक रहे तो जल्द ही कोरोना संक्रमण से बचने के लिए इंजेक्शन के साथ-साथ इस गोली का मानव परीक्षण भी जल्द ही शुरू होगा।
जानकारी के अनुसार अमेरिकी महामारी विशेषज्ञ डॉ जिल रॉबर्ट्स की माने तो यदि टैबलेट के रूप में ये दवा सभी स्तरों पर अच्छा और सकारात्मक परिणाम दिखाती है  तो निकट भविष्य में कोरोना को हराया जा सकता है। हालाँकि, इस दिशा में बहुत काम किया जाना बाकी है। उन्होंने दावा किया कि यदि यह गोली असरकारक सिद्ध होती है तो यह संक्रमित होने और मृत्यु को रोकने के साथ-साथ वायरस के प्रसार को भी रोकेगी। हालांकि, वे यह सुनिश्चित करने के लिए नहीं कह सकते थे कि टैबलेट कब तक बाजार में उपलब्ध हो जाएगा।
अगर बात करें कि वैक्सीन इंजेक्शन के बजाय टैबलेट स्वरुप में ले तो उसके क्या फायदे हैं तो इस बारे में  डॉ जिल रॉबर्ट्स बताते है कि जो लोग वैक्सीन के लिए इंजेक्शन नहीं लगाना चाहते हैं और जहां यह टीका उपलब्ध नहीं हो सकता है, वे इस टैबलेट मोलनुपीरवीर से राहत पा सकेंगे। एक और अच्छी बात यह है कि यह टैबलेट वायरस को शरीर में खुद को विकासित करने से रोकता है। साथ ही रिजबैक बायोथेरेप्यूटिक्स के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वेंडी पैन्टर के अनुसार, यह टैबलेट दुनिया के लिए एक आशीर्वाद सामान होगा। निकट भविष्य में इस दवा का परीक्षण मनुष्यों पर किया जाएगा, जिसके बाद यह निर्धारित करना संभव होगा कि यह वास्तव में कितना प्रभावी और सुरक्षित है।
टैबलेट मोलनुपीरवीर के सकारात्मक परिणामों की खबर से खुश भारतीय व्यापारी हर्ष गोयनकाने एक ट्वीट में कहा कि अगर यह टैबलेट काम करता है, तो यह पूरी दुनिया के लिए एक आशीर्वाद होगा। यदि टैबलेट मोलनुपीरवीर सभी परीक्षणों में सफल रहता है, तो संभव है कि 2021 के अंत तक ये महामारी शांत हो जाएगी।