मुंबई : दौलत के लिए भाई बने दुश्मन, कनाडा से भारत आई बहन को मौत के घाट उतरा, दो दशक बाद मिल सकता हैं इंसाफ

अगस्त 2003 में मुंबई के मालाबार हिल्स के पास हुई थी 50,000 से अधिक सर्जरी करने वाली सर्जन आशा गोयल की हत्या

मुंबई में दो दशक पहले संपत्ति विवाद में हुए हत्याकांड में अब मृतक के परिवार को न्याय मिल सकता है। इस केस को प्रसिद्ध वकील उज्ज्वल निकम ने अपने हाथ में लिया है। मामले में एक शीर्ष भारतीय-कनाडाई महिला डॉक्टर की भाड़े के हमलावरों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। 10,000 से अधिक महिलाओं का प्रसव करवाया था और कनाडा में 50,000 से अधिक सर्जरी करने वाली मृतक 62 वर्षीय आशा गोयल प्रसूति और स्त्री रोग विशेषज्ञ थीं। उनकी हत्या अगस्त 2003 में मुंबई के मालाबार हिल्स के पास उनके पैतृक में कर दी गई थी।

भाई से मिलने गयी थी आशा, तभी हुई थी हत्या

मामले के बारे में बताते चले तो उस समय ओंटारियो के ऑरेंजविले में काम कर रही थीं आशा पारिवारिक संपत्ति विवाद के सिलसिले में मुंबई गई थीं। आशा के बेटे संजय गोयल ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस को बताया कि उनकी मां अपने भाई सुरेश अग्रवाल से मिलने मुंबई गई थीं, उसी दौरान उनकी हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा कि सुरेश अग्रवाल ने टोरंटो निवासी अपने भाई सुभाष अग्रवाल के साथ 12 करोड़ डॉलर की विवादित विरासत पर अपनी बहन को मारने की साजिश रची। इस मामले में सुरेश की तो मृत्यु हो गई है, लेकिन सुभाष इंटरपोल का रेड नोटिस मिलने के बावजूद टोरंटो भाग गया था। वह अभी भी भारत में वांटेड आरोपी है। संजय गोयल ने कहा, 'मेरी मां पर सब्जी के चाकू और ग्रेनाइट के स्लैब से हमला किया गया था। उन्हें अंधा कर दिया गया था, और उनकी हत्या से पहले उनकी गर्दन टूट गई थी। उनके शरीर पर 21 चोट के निशान थे।' हत्या के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

कई बार करना पड़ा कनाडा से भारत का सफर

हत्याकांड की बात करें तक इस हत्याकांड में से तीन अग्रवाल बंधुओं के कर्मचारी थे, जबकि चौथा सुरेश अग्रवाल का दामाद था। मृतक आशा के पुत्र संजय इस मामले को जिंदा रखने के लिए दर्जनों बार भारत का दौरा कर चुके है। आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और निकम के वकील के रूप में मामले को पुनर्जीवित किया गया है। फिलहाल इस मामले में रहे चार आरोपियों में से एक आरोपी की मौत हो चुकी है, वहीं दूसरा गवाह बन गया है। बाकी दो का अब ट्रायल होगा।