उड़ीसा : भुवनेश्वर की छात्रा द्वारा आत्महत्या के बाद भारत की ओलंपियन ने भी साझा की अपनी कहानी, बताया मुझसे मसाज कराती और कपड़े धुलवाती थी सीनियर्स
By Loktej
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बीजेबी कालेज की प्रथम वर्ष कला छात्रा रूचिका महांती की रैगिंग एवं आत्महत्या घटना को लेकर देश भर में आक्रोश
उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर स्थित बीजेबी आटोनोमस कॉलेज की एक छात्रा द्वारा रैंगिंग के बाद आत्महत्या करने से देश भर में हंगामा मच गया है। देश भर में इस घटना को लेकर आक्रोश है। इसी बीच बीजेबी कालेज की प्रथम वर्ष कला छात्रा रूचिका महांती की रैगिंग एवं आत्महत्या घटना को लेकर ओडिशा में जहां सदन से लेकर सड़क तक हंगामा हो रहा है वहीं अब ओलंपियन दुती चांद ने खुद को रैगिंग का शिकार बताया है। रविवार को दुती चंद ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है कि हम जब भुवनेश्वर में 2006 से 2008 तक स्पोर्ट हास्टल में थी तब जो मेरी सीनियर दीदी थी वह मेरे साथ रेगिंग करती थी।
सीनियर दीदी हमें रूम में बुलाती, करवाती थी मसाज
आपको बता दें कि भारत की ओलंपियन स्प्रिंटर दूती चंद ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के सहारे अपनी बात बताते हुए कहती है कि जब मैं छात्रावास में थी तब मेरे साथ भी ज्यादती होती थी। सीनियर दीदी हमें रूम में बुलाती थी और अपने शरीर का मसाज कराती थी। इतना ही नहीं अपने सभी कपड़े देकर उसे साफ करने को कहती थी। मैं जब इनका विरोध करती तो वे मुझे परेशान किया जाता था। इस तरह से तीन साल तक मैं भी सीनियर के रैगिंग का शिकार हुई हूं।
सीनियर दीदी हमें बहुत टार्चर करती थी
दुती चंद ने कहा है कि कई सीनियर दीदी के शरीर का मसाज मैंने किया है और उनके कपड़ों को भी साफ किया है। हम जूनियर थे तब हमारी सीनियर दीदी हमें बहुत टार्चर करती थी। किसी से हमने अपने मन की बात नहीं कही। क्योंकि समस्या का समाधान करने वाले भी इनके ग्रुप के सदस्य थे। दुती चंद ने कहा है कि आज जब बीजीबी कालेज की छात्रा रुचिका महांति ने अपनी सीनियर की रैगिंग से तंग आकर आत्महत्या कर ली है और उसने अपने सुसाइड नोट में अपने तीन सीनियर मेम्बर पर रैगिंग करने का आरोप लगाया है तब मैं अपनी रैगिंग की बात सबके सामने रख रही हूं।
गौरतलब है कि महाविद्यालय की प्रथम वर्ष की छात्रा ने कथित तौर पर दो जुलाई को आत्महत्या कर ली थी। उसका शव हॉस्टल के कमरे में फंदे से लटका मिला था। कथित सुसाइड नोट में छात्रा ने लिखा कि वह यह कदम उठा रही है क्योंकि वह तीन वरिष्ठ छात्राओं द्वारा की जा रही रैंगिंग का सामना नहीं कर पा रही है। हालांकि, सुसाइड नोट में किसी के नाम का उल्लेख नहीं है। भुवनेश्वर पुलिस ने जांच के बाद कहा कि उसे रैगिंग से इस मौत का संबंध नहीं मिला है। हालांकि, लड़की के माता-पिता और कई छात्र संगठनों का आरोप है कि पुलिस आत्महत्या के लिए उकसाने वाले दोषियों की पहचान करने में ढुलमुल रवैया अपना रही है।
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