उत्तर प्रदेश : लव जिहाद का चौंकाने वाला मामला, शादी के नौ साल बाद महिला को पता चला कि उसका पति अमित नहीं बल्कि इकरार है

उत्तर प्रदेश : लव जिहाद का चौंकाने वाला मामला, शादी के नौ साल बाद महिला को पता चला कि उसका पति अमित नहीं बल्कि इकरार है

दो साल थाने का चक्कर लगाने के बाद पुलिस ने दर्ज की महिला की शिकायत, पति बच्चों के खतना कराने की जिद्द करने के बाद खुला मामला

उत्तर प्रदेश के आगरा में लव जिहाद का एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहाँ दो बच्चों की मां को शादी के नौ साल बाद पता चला कि उसका पति एक हिंदू नहीं, मुस्लिम है। ये राज तब खुला जब पति बच्चों के खतना कराने की जिद्द करने लगा और घर में बने मंदिर को बाहर फेंक दिया।  इस घटना के बाद महिला थानों के चक्कर काटने लगी। इस मामले में दूसरी चौंकाने वाली बात ये है कि पुलिस में करीब दो साल बाद यह मामला दर्ज हुआ है।
मामले के बात करें तो आगरा की एक लड़की रचना सोलंकी को मथुरा से अपने कथित मामा के यहां आगरा में रहने आये युवक अमित कुमार से प्यार हो गया। युवक ने खुद को अनाथ बताया और रचना के माता-पिता को ही अपना माता-पिता के रूप मानने की बात कही। इसके बाद उनका प्यार शादी में बदल गई। दोनों की शादी हिंदू रीति-रिवाज के साथ हो गई। इस शादी में अमित का कथित मामा ही मौजूद था। सबकुछ ठीक चल रहा था। लेकिन, जैसे ही रचना के दोनों बेटे हुए, अमित ने अपना रंग बदला। असलियत खुलकर सामने आ गई। रचना को पता चला कि उसका नाम अमित कुमार नहीं, इकरार कुरैशी है। उसका पिता जीवित है। पिता का नाम इकराम कुरैशी है।
बता दें कि वर्ष 2019 में अमित उर्फ इकरार दोनों बच्चों का खतना कराना चाहता था। अमित उर्फ इकराम ने रचना का मंदिर घर से बाहर फेंक दिया। उसकी धार्मिक किताबें फाड़ दीं। अमित की असलियत सामने आने के बाद रचना अपने माता-पिता के पास लौट आई। अमित उर्फ इकरार के खिलाफ वह केस दर्ज कराने पुलिस के पास गई, लेकिन उसका मामला दर्ज नहीं किया गया। लेकिन, उसे एक थाने से दूसरे थाने टरकाया जाता रहा। इसके बाद कोरोना का प्रकोप शुरू हो गया। रचना पिछले महीने इकरार के खिलाफ केस दर्ज कराने में सफल हुई है।
रचना की ओर से दर्ज कराए गए एफआईआर में अमित उफ इकरार के जुल्म की कहानी बयां की गई है। एफआईआर में रचना ने अमित उर्फ इकरार द्वारा मारपीट करने और धर्म छोड़ने का दबाव बनाने के बारे में बताया। रचना ने बताया कि वर्ष 2019 में नवरात्रि के मौके पर अमित ने मेरी पूजा की किताब को फाड़ दिया। जबरन मांस का टुकड़ा मुंह में घुसा दिया। घर में रखे गए मंदिर को भी उठाकर बाहर फेंक दिया। 15 जनवरी 2020 को अमित उर्फ इकरार का भाई इकबाल और बहनोई इकराम रचना के घर आए। उन्होंने धर्म परिवर्तन और बच्चों का खतना कराने का दबाव डाला। ऐसा नहीं करने पर जान से मारने की धमकी दी। दबाव में नहीं आने पर मारपीट और लूट-पाट कर भाग गए।
रचना सोलंकी की शिकायत पर आगरा के जगदीशपुरा थाने में 18 जून 2022 को केस दर्ज किया गया। अमित उर्फ इकरार के खिलाफ आईपीसी की धारा 498ए (शादीशुदा महिला से ससुराल में क्रूरता), 420 (धोखाधड़ी), 406 (फर्जीवाड़ा), 323 (मारपीट), 504 (शांति भंग करने के इरादे से अपमानित करना), 506 (धमकी), 377 (अप्राकृतिक यौनाचार), 295ए (धार्मिक भावना आहत करने) और 120बी (आपराधिक षडयंत्र) के तहत मामला दर्ज किया गया है। 15 जनवरी 2020 की घटना को आधार बनाते हुए केस दर्ज किया गया है।