महाराष्ट्र : राज्य को एकनाथ शिंदे के रूप में मिला नया मुख्यमंत्री, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के सामने लिया शपथ, देवेन्द्र फडणवीस बने डिप्टी सीएम

महाराष्ट्र : राज्य को एकनाथ शिंदे के रूप में मिला नया मुख्यमंत्री, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के सामने लिया शपथ, देवेन्द्र फडणवीस बने डिप्टी सीएम

आज पहले देवेन्द्र फडणवीस ने किया था ऐलान कि वो सरकार का हिस्सा नहीं होंगे और सरकार की कमान एकनाथ संभालेंगे

इतने दिन से चल रहे सियासी उठापटक के बाद कल महाराष्ट्र में तख्तापलट हो गया। कल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और इस तरह राज्य की सत्ता वापस बीजेपी के हाथ में आ गई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस नहीं बल्कि इस तख्तापलट के सूत्रधार एकनाथ शिंदे बने। आज दोपहर में ही इस बात घोषणा खुद देवेंद्र फडणवीस ने शिंदे की मौजूदगी में की थी।  ताजा अपडेट के अनुसार एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी। शिंदे ने मराठी में शपथ ली।
इससे पहले दोपहर में देवेन्द्र और एकनाथ ने साथ में प्रेस कांफ्रेंस की थी, जहाँ देवेन्द्र फडणवीस ने बताया था कि महाराष्ट्र की कमान एकनाथ संभालेंगे। साथ ही उन्होंने ने कहा कि  खुद सरकार में नहीं होंगे और बाहर से सरकार की मदद करेंगे। हालांकि बाद में जेपी नड्डा ने खुद मीडिया के सामने आकर कहा कि पार्टी चाहती है कि वह उपमुख्यमंत्री बनें। अपने प्रेस कांफ्रेंस में देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि 2019 में बीजेपी और शिवसेना ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। हमें उस वक्त पूर्ण बहुमत मिला था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमें बड़ी जीत मिली थी। फडणवीस ने कहा कि एकनाथ शिंदे लगातार उद्धव ठाकरे से कहते रहे की आप महाविकास अघाडी (कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना गठबंधन) सरकार से बाहर निकलिए लेकिन उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे की एक नहीं सुनी। आगे उन्होंने कहा कि बाला साहब ने जीवन भर जिनसे लड़ाई की, ऐसे लोगों के साथ उन्होंने सरकार बनाई। ढाई साल तक कोई प्रगति नहीं हुई। उद्धव के नेतृत्व में महा विकास अघाडी की सरकार चली। महा विकास अघाडी सरकार को लेकर शिवसेना के कई नेता उद्धव ठाकरे से खफा थे।
वहीं एकनाथ शिंदे ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा था ‘’मैंने जो निर्णय लिया वो आप सबको पता है। किन परिस्थितियों में निर्णय लिया गया यह भी आपको पता है। बाला साहब के हिंदुत्व को आगे बढ़ाने का काम करूंगा। सभी 50 विधायक साथ में हैं। हमने कई बार मुख्यमंत्री से अपने विधानसभा क्षेत्र के समस्याओं के बारे में बताया। मुख्यमंत्री ने कभी हमारे बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया।’’
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने देवेन्द्र से व्यक्तिगत अनुरोध करते हुए कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व का मानना है कि देवेंद्र फडणवीस को सरकार का हिस्सा होना चाहिए और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के रूप में कार्यभार संभालना चाहिए। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के कहने पर देवेंद्र फडणवीस ने बड़ा मन दिखाते हुए महाराष्ट्र राज्य और जनता के हित में सरकार में शामिल होने का निर्णय लिया है। यह निर्णय महाराष्ट्र के प्रति उनकी सच्ची निष्ठा व सेवाभाव का परिचायक है। इसके लिए मैं उन्होंने हृदय से बधाई देता हूं।