पटना : प्रतिकूल परिस्थितियों ने इस लड़की ने जो किया उसने न सिर्फ इतिहास रच दिया बल्कि 191 लोगों को नया जीवनदान दिया

पटना : प्रतिकूल परिस्थितियों ने इस लड़की ने जो किया उसने न सिर्फ इतिहास रच दिया बल्कि 191 लोगों को नया जीवनदान दिया

पायलट हैं मोनिका खन्ना ने जलते विमान को पटना में सुरक्षित उतारकर बड़ा हादसा टाला

पटना में रविवार को बड़ा हादसा होते होते रह गया। पटना एयरपोर्ट से दिल्ली जा रहा स्पाइजेट का विमान टेकऑफ करते ही पक्षी से टकरा गया। इससे लेफ्ट इंजन में आग लग गई। उस वक्त विमान 2000 फीट की ऊंचाई पर था। स्पाइसजेट की फ्लाइट SG-723 को एक तरफ से धुएं के गुबार से घिरा देख लोगों की सांसे थम गई। इस बीच पटना जिला प्रशासन और एयरपोर्ट ने फोन करना शुरू कर दिया। लोग कुछ अधिकारियों और पत्रकारों के मोबाइल फोन पर भी कॉल करने लगे। इस बीच पायलट को भी पता चला कि विमान खतरे में है। ऐसे में पायलट ने सावधानी से जहाज को गंगा की ओर मोड़ दिया। लेकिन क्रैश लैंडिंग नहीं हुई और पायलट ने बड़ी चतुराई से 191 लोगों की जान बचाई। जिस वक्त लोगों के दिमाग ने काम करना बंद कर दिया, उस वक्त पायलट का दिमाग इतनी तेजी से काम कर रहा था कि सुरक्षित लैंडिंग को देखकर ही पता चल सकता था। पायलट हैं मोनिका खन्ना पायलट कैप्टन मोनिका खन्ना ने सूझबूझ का परिचय देते हुए सबसे पहले जिस इंजन में आग लगी थी उसे बंद किया और विमान को सुरक्षित रनवे पर उतार कर 185 यात्रियों की जान बचाई।
आपको बता दें कि केबिन क्रू ने पटना-दिल्ली फ्लाइट के पायलट-इन-कमांड कैप्टन-मोनिका खन्ना को आग के बारे में बताया, लेकिन वे घबराए नहीं। उन्होंने तुरंत आग लगे इंजन को बंद कर दिया। उस वक्त स्पाइसजेट की फ्लाइट में 2 बच्चे और 6 केबिन क्रू मेंबर्स समेत 185 यात्री सवार थे। जब जहाज ने पटना से उड़ान भरी, तो नीचे के दृश्य को फिल्मा रहे एक यात्री ने आग की लपटों को देखा और तुरंत केबिन क्रू को सूचित किया। तुरंत पता चला कि इंजन नंबर एक से आग और धुआं निकल रहा था। एयरपोर्ट प्रशासन को जैसे ही विमान में आग की सूचना मिली, इमरजेंसी घोषित कर दी गई। 40 मिनट तक एयरपोर्ट पर किसी भी विमान की लैंडिंग और टेकऑफ नहीं कराया गया। इस दौरान करीब चार-पांच फ्लाइट पटना एयरपोर्ट के आसपास हवा में चक्कर लगाती रहीं।  जैसे ही यह खबर पायलट मोनिका खन्ना तक पहुंची, उन्हें शक हुआ कि विमान किसी पक्षी से टकरा गया है। फिर पायलट मोनिका खन्ना ने वही किया जो देश में मिसाल बन गया। क्योंकि पटना एयरपोर्ट के एक तरफ ऊंचे पेड़ हैं तो दूसरी तरफ रेलवे लाइन। ऐसे में आग से क्षतिग्रस्त इंजन वाले विमान का उतरना अपने आप में एक बड़ा जोखिम था। लेकिन मोनिका खन्ना ने धैर्य नहीं खोया और विमान को पटना के रनवे पर उतारने का फैसला किया।
ओवरवेट लैंडिंग से पहले एक एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और त्वरित प्रतिक्रिया टीम को पटना हवाई अड्डे पर तैनात किया गया था। लेकिन देश की बेटी पायलट मोनिका खन्ना की सूझबूझ ने ऐसा नहीं होने दिया। अगले 10 सेकेंड में जो हुआ वह इतिहास में दर्ज है। आग के धुएं में लिपटा विमान यात्रियों को लेकर सुरक्षित उतर गया। विमान में 185 यात्री, चार क्रू मेंबर, एक पायलट और एक को-पायलट थे। सभी बाल-बाल बच गए। विमान लैंड होने के बाद सभी यात्रियों ने कैप्टन मोनिका को शाबाशी देते हुए कहा- वेल डन मैम। आपकी वजह से सभी की जान बच गई। डीजीसीए और स्पाइस जेट की टेक्निकल टीम ने घटना के पीछे कारण बर्ड हीटिंग बताया है। डीजीसीए मामले की जांच कर रहा है।
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