तो इसलिए प्रशांत ने कांग्रेस के नाम पर हाथ जोड़कर साथ काम न करने की बात कही, ये हा पूरा मामला

तो इसलिए प्रशांत ने कांग्रेस के नाम पर हाथ जोड़कर साथ काम न करने की बात कही, ये हा पूरा मामला

प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पार्टी को राम राम कहा है। उन्होंने हाथ जोड़कर कहा, "मैं फिर कभी कांग्रेस के साथ काम नहीं करूंगा।"

लगातार कमजोर नेतृत्व और लचर राजनीति के कारण झटके पर झटके झेल रही कांग्रेस पार्टी पर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बड़ा वार किया है। प्रशांत ने कांग्रेस पार्टी को डूबती नाव बताया है। प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पार्टी को राम राम कहा है। उन्होंने हाथ जोड़कर कहा, "मैं फिर कभी कांग्रेस के साथ काम नहीं करूंगा।"
प्रशांत किशोर ने सोमवार को बिहार के हाजीपुर में कहा कि पार्टी की वजह से चुनाव जीतने का उनकी पार्टी का रिकॉर्ड खराब है। उन्हें भी सरकार के साथ काम करना चाहिए। इसके अलावा, प्रशांत किशोर ने कहा, "मान लीजिए आप सिंचाई के विशेषज्ञ हैं या सार्वजनिक स्वास्थ्य के विशेषज्ञ हैं। हम सरकार में नहीं हैं, लेकिन अगर सरकार हमें मौका देती है तो हम यहां आकर दो साल काम कर सकते हैं। मैं भी इस मामले पर पीएम मोदी से असहमत था।"
इसके अलावा उन्होंने 2015 में नीतीश कुमार के साथ हुई अपनी मुलाकात को याद करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने भी बिहार आकर काम करने की बात कही थी, जिसमें उन्होंने बिहार विकास मिशन योजना की शुरुआत भी की थी। इस योजना से युवाओं को नौकरी भी मिली, लेकिन उन्हें उतना नहीं मिला, जितना वो चाहते थे। शांत ने कहा कि 2015 में बिहार में महागठबंधन का चुनाव कराया। 2017 में पंजाब चुनाव जीते। जगनमोहन रेड्डी के साथ आंध्र प्रदेश का इलेक्शन जीता। फिर अरविंद केजरीवाल के साथ दिल्ली चुनाव जीता। 2021 में तमिनाडु और बंगाल इलेक्शन में विजय मिली। 2017 में यूपी विधानसभा चुनाव हार गए। इसमें हम कांग्रेस के साथ थे। इतना कहते ही प्रशांत ने हाथ जोड़ा और कहा कि इसके बाद तय कर लिया कि कांग्रेस के साथ काम नहीं करना है। जन सुराज यात्रा के तहत सोमवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और समाजवादी नेता स्व। रघुवंश प्रसाद सिंह के पैतृक आवास पहुंचे प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं अब कभी कांग्रेस के साथ काम नहीं करूंगा। यह ऐसी पार्टी है जो खुद तो सुधरती नहीं है, मुझे भी डुबा देगी। प्रशांत ने कहा कि 2011 से 2021 तक मैं 11 चुनाव से जुड़ा रहा, जिसमें 2017 में हुए यूपी इलेक्शन में हार का सामना करना पड़ा। हाथ जोड़कर उन्होंने कहा कि इसके बाद तय कर लिया था कि अब कांग्रेस के साथ काम नहीं करना है।
इन तमाम चर्चाओं के बीच प्रशांत किशोर ने मुस्कुराते हुए कांग्रेस पार्टी के बारे में कहा, "कांग्रेस जो खुद नहीं सुधरती और हमें भी डुबो देगी, लेकिन कांग्रेस के लिए भी सम्मान की बात है, लेकिन जैसा कि मैंने कहा, वह स्थिति है वर्तमान कांग्रेस 2011 और 2021 के बीच चुनाव के बीच में रहा, केवल 1 चुनाव हार गया, जो उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव है, जिसमें मैं कांग्रेस के साथ था, तब से मैंने सोचा है, काम मत करो इन लोगों के साथ अब इन लोगों ने मेरा ट्रैक रिकॉर्ड तोड़ दिया है।। मैंने इस हार से भी काफी कुछ सीखा है।" उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में एक तरह से बीजेपी से शर्त लग गई थी। हमने कहा था कि बीजेपी ना केवल हारेगी बल्कि 100 के नीचे रोक देंगे। नहीं रोक पाए तो काम छोड़ देंगे। चुनाव परिणाम आया तो 77 पर बीजेपी को रोक दिए। भगवान का आशीर्वाद है। जब मेरी बात सही हो गई तो सोचा कि इस फिल्ड में बहुत हो गया, अब कुछ नया करते हैं।