वो अपने प्राइवेट पार्ट में 16 करोड़ की ड्रग्स छुपाकर लाई थी, इस हवाईअड्डे पर पकड़ी गई!

वो अपने प्राइवेट पार्ट में 16 करोड़ की ड्रग्स छुपाकर लाई थी, इस हवाईअड्डे पर पकड़ी गई!

डॉक्टरों की टीम बड़ी मशक्कत के बाद इस ड्रग्स को दो दिन बाद महिला के शरीर से बाहर निकाला

एअरपोर्ट पर अक्सर नशीली दवाओं और कीमती चीज वस्तुओं की अवैध तस्करी करने लोगों को एअरपोर्ट अधिकारी अपनी पकड़ में लेते रहते है। इसके बाद भी तस्करी करने वाले अपने काम से बाज नहीं आते। अब ड्रग मामले में जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अधिकारीयों ने अफ्रीकी मूल की एक महिला को गिरफ्तार किया गया है। इस महिला ने हेरोइन के 60 कैप्सूल को अपने प्राइवेट पार्ट (मलाशय) में छिपाए थे। डॉक्टरों की टीम बड़ी मशक्कत के बाद इस ड्रग्स को दो दिन बाद महिला के शरीर से बाहर निकाल पाए। सूत्रों के मुताबिक कैप्सूल से बरामद दवाओं की कीमत 16 करोड़ रुपये है।
जानकारी के अनुसार आरोपी महिला शनिवार देर रात करीब तीन बजे शारजाह से फ्लाइट से जयपुर पहुंची। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) की एक टीम ने महिला को पकड़ लिया और एसएमएस अस्पताल भेज दिया, जहां डॉक्टरों की एक टीम ने उसके निजी अंगों से दवा के कैप्सूल को निकाला। सूत्रों के मुताबिक कैप्सूल को प्राइवेट पार्ट में इतनी जटिलता के साथ छिपाया गया था कि उसे निकालने में डॉक्टरों की टीम को दो दिन लग गए। महिला के मलाशय से कुल 60 कैप्सूल निकाले गए। सूत्रों ने कहा कि 31 वर्षीय आरोपी महिला की पहचान अफ्रीकी देश युगांडा की रहने वाली अमन हेवेन्स लोपेज के रूप में हुई है। जनरल सर्जरी वार्ड में भर्ती महिला वर्तमान में डॉक्टरों द्वारा निगरानी में है। जांच में महिला ने डॉक्टरों के सामने कबूल किया कि वो शारजाह से 60 कैप्सूल लेकर आई थी।
बता दें कि जयपुर हवाई अड्डे पर एक कस्टम टीम ने पिछले साल दिसंबर में एक बड़े ऑपरेशन में 90 करोड़ रुपये की हेरोइन जब्त की थी। कस्टम टीम ने केन्याई महिला यात्री के बैग से 12.9 किलोग्राम हेरोइन जब्त की। इस महिला के मामले में कस्टम्स को लुकआउट नोटिस मिला था। जयपुर के सांगानेर एयरपोर्ट पर दुबई के एक युवक ने पिछले महीने आधा किलो सोना प्राइवेट पार्ट में छिपा दिया था। युवक की तलाशी में कुछ नहीं मिला, लेकिन पूछताछ के दौरान बैठने से दर्द हो रहा था। बाद में एक्स-रे जांच के दौरान उसे पकड़ लिया गया। इंद्रजीत सिंह नाम का एक युवक दिल्ली का एक व्यापारी था, जिसे 20 हजार रुपये नकद देकर यह सोना लाने का लालच दिया गया था।