आपको ये याद रखना होगा कि कुछ लोग सत्ता पाने के लिए मणिपुर को फिर से अस्थिर करना चाहते हैं।
— BJP (@BJP4India) January 4, 2022
ये लोग उम्मीद लगाए बैठे हैं कि कब उन्हें मौका मिले और कब वो अशांति का खेल खेलें।
लेकिन मणिपुर के लोग इन्हें पहचान चुके हैं।
- पीएम @narendramodi pic.twitter.com/2MF3JojjQh
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर को दिया नए साल का तोहफा, 4800 करोड़ के प्रोजेक्ट्स का किया शिलान्यास
By Loktej
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21 जनवरी को मणिपुर को राज्य का दर्जा मिलने के 50 साल हो जाएँगे पूर्ण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक दिन कि मणिपुर की यात्रा पर है। प्रधानमंत्री द्वारा मणिपुर में 4800 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के 22 प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था। इस दौरान उन्होंने इम्फाल में एक सभा का भी आयोजन किया। सभा को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा की वह मणिपुर के लोगों का प्यार कभी नहीं भूल पाएंगे। एयरपोर्ट से आते वक्त उन्हें आठ किलोमीटर की ह्यूमन वॉल देखने मिली थी, जो की काफी अभूतपूर्व है।
कुछ ही दिनों के बाद 21 जनवरी को मणिपुर को राज्य का दर्जा मिलने जा रहा है। इस साल मणिपुर को राज्य का दर्जा मिले पचास साल पूर्ण हो जाएगे। इस मौके पर मोदी ने कहा की देश का यह पूर्व भाग भारत के विकास का मुख्य स्त्रोत है। इन सभी प्रोजेक्ट से मणिपुर और भारत दोनों की शान बढ़ेगी। मोदी ने कहा, आज मणिपुर के 60 प्रतिशत घरों में पाइप से पानी पहुँच रहा है। जल्द ही वह 100 प्रतिशत हो जाएगा। यह सब मणिपुर वासियों द्वारा दिये गए वोट की ही ताकत है। उन्होंने मणिपुर में एक ऐसी सरकार बनाई जो पूरे दमखम से चल रही है।
मैं जब प्रधानमंत्री नहीं बना था, उससे पहले भी अनेकों बार मणिपुर आया था।
— BJP (@BJP4India) January 4, 2022
मैं जानता था कि आपके दिल में किस बात का दर्द है।
इसलिए 2014 के बाद मैं दिल्ली को, भारत सरकार को आपके दरवाजे पर लेकर आ गया।
- पीएम @narendramodi pic.twitter.com/3VNHJt81sG
मोदी ने कहा, यह उनके एक वोट की ही ताकत है की मणिपुर के 6 लाख किसानों को पीएम सम्मान निधि के पैसे मिले। इसके चलते 6 लाख गरीब परिवारों को मुफ्त में राशन भी मिला। पीएम मोदी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री बनने से पहले भी कई बार मणिपुर का दौरा कर चुके हैं। इसलिए उन्हें पता था कि लोगों के दिल में क्या था? मोदी ने कहा, हमारी सरकार की सात साल की कड़ी मेहनत पूरे उत्तर पूर्व में देखी जा रही है। मणिपुर में देखा जा रहा है। आज मणिपुर परिवर्तन का प्रतीक बनता जा रहा है, एक नई कार्य संस्कृति का प्रतीक बन रहा है। यह बदलाव है - मणिपुर की संस्कृति के लिए, देखभाल के लिए। कनेक्टिविटी एक प्राथमिकता है, पर रचनात्मकता उतनी ही महत्वपूर्ण है।