जब गौमाता निगल गई अपने ही मालिक की 20 ग्राम की सोने की चैन, जानें कैसे मिली वापिस
By Loktej
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पशु चिकित्सक की सहायता से सर्जरी कर निकाली गई सोने की चैन तो 2 ग्राम कम हुआ वजन
कर्णाटक के सिरसी तहसील में से एक विचित्र घटना सामने आई है। यहाँ एक गाय अपने ही मालिक की कीमती सोने की चैन निगल गई थी। व्यक्ति ने अपनी सोने की चैन वापिस हासिल करने के लिए तकरीबन 35 दिन तक गाय के गोबर की जांच की, पर फिर भी वह उसे नहीं मिली। हालांकि अंत में काफी मेहनत के बाद उसे अपनी सोने की चैन मिल गई। यह अनोखी घटना फिलहाल सोशल मिडीया पर काफी वायरल हो रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कर्णाटक के सिरसी तहसील के हेप्पनहल्ली के रहने वाले श्रीकांत हेगड़े की चार साल की गाय ने चारे के साथ उसकी 20 ग्राम की सोने की चैन निगल ली थी। दिवाली के बाद जब उन्होंने गाय की पूजा की थी, उस दौरान यह घटना घटित हुई थी।
भारत में गाय को माता का दर्जा दिया जाता है। देश के कई हिस्सों में गाय को लक्ष्मी की तरह ही पूजा जाता है। गौ पूजा के दौरान लोग गायों को फूलों की हारमाला के साथ कीमती आभूषण भी पहनाते है। हालांकि पुजा पूर्ण होने के बाद लोग वह गहने उतार लेते है। हालांकि पुजा के दौरान श्रीकांत ने अपने बछड़े को सोने की चैन तो पहनाई, पर आखिर में उसे बाहर निकालने के बाद उसे फूलों के साथ निकालकर अपने बछड़े के सामने ही रख दी थी। काफी ढूँढने के बाद भी श्रीकांत को सोने की चैन नहीं मिली।
अंत में उन्होंने अनुमान लगा लिया की सोने की चैन फूलों की माला के साथ गाय निगल गई थी। बस अब गाय के पेट से चैन बाहर आने का इंतजार करने लगे। अगले 30 से 35 दिनों तक हर दिन उनका परिवार गाय के गोबर पर नजर रखने लगे। इतने दिन तक इंतजार करने के बाद भी जब सोने की चैन बाहर नहीं आई तो उन्होंने इस मामले को सुलझाने के लिए पशु चिकित्सक की सहायता से सर्जरी करवा कर गाय के पेट में से सोने की चैन बाहर निकाली गई थी। हालांकि इस पूरी घटना में गाय की सेहत को कोई भी नुकसान नहीं हुआ था, हालांकि आश्चर्य के बीच सोने की चैन का वजन 20 ग्राम से घटकर 18 ग्राम हो गया था। कहा जा रहा है की चैन का एक छोटा सा हिस्सा अभी भी गायब है। हालांकि परिवार को संतोष है की उन्हें उनकी सोने की चैन वापिस मिल गई है, हालांकि इन सबके कारण गाय को जिन तकलीफ़ों में से गुजरना पड़ा उसके लिए उन्हें काफी दुख भी है।