नौकरी ना मिलने से परेशान युवती चार महीनों से पानी की टंकी पर चढ़ कर रही है विरोध

नौकरी ना मिलने से परेशान युवती चार महीनों से पानी की टंकी पर चढ़ कर रही है विरोध

रस्सी के जरिये नीचे रहने वाले लोग पहुंचाते है खाना और अन्य जरूरी चीजें

भारत में आज भी पढ़ाई पूरी करने के बाद कई लोगों को मनोवांछित नौकरी नहीं मिल पाती है। देश में अभी भी शिक्षित बेरोजगारों की संख्या काफी बड़ी है। ऐसी ही एक युवती प्रशासन के खिलाफ अनोखे प्रकार से अपना विरोध व्यक्त कर रही है। लखनऊ यूनिवर्सिटी में से कॉमर्स की मास्टर डिग्री हासिल करने वाली शिखा कहती है की मास्टर्स हासिल करने के बाद भी उसे नौकरी ढूँढने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। इसके चलते वह अपना विरोध व्यक्त कर रही है। हालांकि इसके चलते उसे दिसंबर की ठंडी रातों में अपने दिन और रात बिताने पड़ रहे है। 
लखनऊ में पिछले 120 दिनों से 36 वर्षीय लखनऊ शिखा पाल निशातगंज विस्तार इलाके में शिक्षण निदेशालय के पास टंकी पर रह रही है। शिखा का कहना है की सरकार उन 69000 रिक्त पड़े स्थानों में से उनका उन 22 हजार सीटों में समावेश करे, जो की रिक्त पड़ी है। शिखा कहती है मास्टर्स करने के बाद भी उसे नौकरी करने के लिए भटकना पड़ रहा है। शिखा कहती है की शौच जाने के के अलावा वह अपनी जगह नहीं छोड़ रही है। विरोध करने के दौरान नीचे रहने वाले लोग रस्सी की मदद से उसे खाना और अन्य चीजें देती है। 
शिखा शिक्षण विभाग द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाने को भी तैयार है। शिखा का कहना है की वह पिछले 120 दिनों से विरोध कर रही है, पर अब तक सरकार द्वारा उसके विरोध की सूचना भी नहीं ली गई है। इस बारे में बात करते हुए स्कूल शिक्षा के महानिदेशक अनामिका सिंह ने बताया की वह हमें कई बार मिली है और उन्हें हमें कई चीजें भी बताई है। हम उसके प्रति सहानुभूति रखते है और बातचित करने के लिए भी तैयार है। हालांकि यह विरोध का सही तरीका नहीं है।