शिक्षक का क्रूर चेहरा! 7 साल के मासूम को प्रिंसिपल ने बालकनी से उलटा लटकाया
By Loktej
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स्कूल के समय के दौरान बाहर गोलगप्पे खाने चला गया था बालक
यदि बालक कोई मस्ती करे तो उसे सजा देकर उसकी गलती को सुधारने के लिए प्रेरित किए जाता है। शिक्षक हो या माता-पिता हर कोई बच्चों की गलती के अनुसार ही उनको सजा देते है। हर गलती की सजा एक हद तक होती है, जिससे की बालकों को सजा भी मिले और उससे उनको कोई हानी भी ना हो। हालांकि उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर में बालक की एक छोटी से गलती ने स्कूल के प्रिंसिपल का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंचा दिया।
न्यूज18 की एक रिपोर्ट के अनुसार, अहरौरा के सदभावना स्कूल के आचार्य ने बच्चे की एक छोटी से गलती के कारण उसे स्कूल की बालकनी से उलटा लटका दिया था। हुआ ऐसा की 7 साल का यह छात्र स्कूल के समय के बीच ही बाहर गोलगप्पे खाने चला गया था। बस यही बात थी की स्कूल के आचार्य मनोज विश्वकर्मा का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुँच गया। उन्होंने बच्चे को टांग से उठाया और नीचे लटका दिया। काफि देर तक उन्होंने बच्चे को इसी तरह रखा, तभी किसी ने इसका फोटो खींचा और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।
दूसरी और घर आने पर पीड़ित छात्र सोनू ने किसी से बात नहीं की और काफी देर तक रोता रहा था। किसी तरह जब उससे पूछा गया तो उसने अपने साथ हुई सारी घटना व्यक्त की, तब तक सोशल मीडिया पर भी यह घटना काफी वायरल हो गई थी। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होते ही डीम के निर्देश के अनुसार छात्र के पिता ने आचार्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। इस बारे में जब आचार्य मनोज विश्वकर्मा से बात की गई तो उसने कहा की उसने यह सब जान बूझकर नहीं किया है। आवेश में आकर उसने गलती में इस तरह का कदम उठा लिया था और इसके लिए उसने अभिभावकों से माफ़ी भी मांग ली है।
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