खेत जाते समय नाले में गिरी महिला यमुना नदी से मिली, 16 घंटो तक लकड़ी के लट्ठे से चिपककर तैरती रही

खेत जाते समय नाले में गिरी महिला यमुना नदी से मिली, 16 घंटो तक लकड़ी के लट्ठे से चिपककर तैरती रही

शुक्रवार की शाम को धारा में गिर गई थी महिला, नाविकों ने देखकर बचाया

जालौन (उत्तर प्रदेश), 1 अगस्त (आईएएनएस)| एक 50 वर्षीय महिला यहां एक नाले में गिर गई और आखिरकार उसे बचाए जाने से पहले उसने 16 घंटे तक खुद को बचाए रखा। जय देवी के रूप में पहचानी जाने वाली महिला लकड़ी के एक टुकड़े से चिपकी हुई थी जो कि तेज धाराओं में उसके रास्ते में आया था। वह शुक्रवार को यमुना में बह गई थी।
हमीरपुर में करीब 25 किलोमीटर दूर कुछ नाविकों ने उसे बचाया, जिन्होंने मदद के लिए उसकी पुकार सुनी और उसे नदी से बाहर निकाला। बाद में पुलिस ने उसे उसके परिवार से मिलवाया गया। खबरों के मुताबिक, जय देवी अपने खेतों में गई थीं, जब वह गलती से जालौन में उफनते किलंदर नाले में गिर गईं, जो यमुना नदी में मिल जाती हैं।
शुक्रवार की शाम धारा में गिरने के बाद, वह एक तेज धारा के साथ बह गई जो उसे यमुना नदी में ले गई। वह लकड़ी के लट्ठे से चिपक गई और 16 घंटे से अधिक समय तक तैरती रही। हमीरपुर जिले के मनकी गांव में जब नाविकों ने उसे नदी में बहते हुए देखा, तो पुलिस को सूचना दी और बाहर ले आए। उसे एक अस्पताल में भर्ती कराया गया और उसके बेटे राहुल और बेटी विनीता को सूचित किया गया और वे उसके पास पहुंचे। बाद में पुलिस ने महिला को उसके परिजनों को सौंप दिया। हरौलीपुर पुलिस चौकी प्रभारी भरत यादव ने कहा, "यह भगवान के चमत्कार के अलावा और कुछ नहीं था।"
(Disclaimer: यह खबर सीधे समाचार एजेंसी की सिंडीकेट फीड से पब्लिश हुई है। इसे लोकतेज टीम ने संपादित नहीं किया है।)