मध्य प्रदेश : कोरोना संक्रमित मरीजों की मदद के लिए रिक्शे को बनाया एम्बुलेंस, पत्नी के गहने तक बेच दिए

मध्य प्रदेश : कोरोना संक्रमित मरीजों की मदद के लिए रिक्शे को बनाया एम्बुलेंस, पत्नी के गहने तक बेच दिए

संक्रमित मरीजों को अस्पताल पहुँचने के लिए नहीं लेते पैसे

वर्तमान में देश में कोरोना की दूसरी लहर ने आतंक फैला रखा है। कोरोना वायरस की महामारी के कारण लोगों में सैनिटाइजर और मास्क की मांग ज्यादा बढ़ गई है. इसको देखते हुए कंपनियों ने मास्क और सैनिटाइजर की काला बाजारी शुरू कर दी है। इस बीच, कुछ लोग मानवता को भूलकर लोगों को लूट रहे हैं और उन्हें ऑक्सीजन और उपचार के नाम पर ब्लैकमेल कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो लोगों की मदद करने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं।
ऐसे लोगों में एक नाम भोपाल के एक रिक्शा चालक जावेद का भी है। जावेद ने कोरोना रोगियों की मदद के लिए अपने ऑटोरिक्शा को एक आपातकालीन एम्बुलेंस में बदल दिया है। जावेद ने अपने रिक्शे में ऑक्सीजन सिलेंडर और सैनिटाइज़र रखे है। साथ ही वह संक्रमित मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए उन मरीजों से पैसे भी नहीं लेते। ऐसे में प्रतिदिन 200 से 300 रुपये कमाने वाले जावेद को पैसों की कमी भी हुई। साथ ही एम्बुलेंस चलाने का खर्च बढ़ता रहा, ऐसे में जावेद ने अपनी पत्नी के गहने तक बेच दिए पर जरूरतमंद लोगों की मदद करना नहीं छोड़ा।
गौरतलब है कि वर्तमान में, कोरोना के गंभीर स्थिति के बीच मरीजों के अस्पताल जाने के लिए एम्बुलेंसों की भारी कमी देखी गई। गरीबों को पैसे की कमी के कारण निजी एम्बुलेंस भी नहीं मिल पा रही, यहाँ तक कि तय कीमत से दुगना-तिगुना किराया देने पर भी एम्बुलेंस नहीं मिल रही। ऐसे में कुछ लोग मानवता का धर्म निभाते हुए लोगों की मदद के लिए सामने आ रहे है।