14 साल बाद अनायास गांव के पास से गुजरा और युवक को सबकुछ याद आ गया, जानें दिलचस्प कहानी!
By Loktej
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अगर आप ने हिंदी बॉलीवुड की पुरानी फ़िल्में देखी है तो आपने देखा होगा कि कोई लड़का अपने घर पर अपनी माँ या पिता या फिर किसी रिश्तेदार से लड़ाई करके या फिर किसी कारण से घर से भाग जाता है और कई सालों बाद लौटता है। वो जब आता है तब दो बातें बेहद दिलचस्प और अलग होती है, पहला कि वो लड़का भेष बनाकर या बदलकर आता है और दूसरा कि उसके पास बहुत पैसे हो चुके होते है। किसी किसी किस्से में याददास्त जाने की बात भी रहती है। अब अगर आपने सच में ऐसी फिल्म देखी है तो फिल्म देखकर आपने आपके मन में तो यही आया होगा कि ये सब सिर्फ फिल्मों में ही हो सकता है,हकीकत में नहीं! क्यों सही कहा ना!
पर आज जो खबर हम आपके लिए लाये है उसे सुनकर आपको लगेगा कि आप किसी फिल्म की कहानी पढ़ रहे पर ये खबर बिलकुल सही है। दरअसल हरदोई के सांडी विकास खंड के ग्राम फिरोजापुर के एक परिवार के साथ ऐसा ही कुछ हुआ जो सिर्फ फिल्मों में ही हो सकता है। इस घर का बेटा जो वर्षों पहले घर छोडकर चला गया था वो 14 वर्ष बाद होली पर घर आया।
पूरी फ़िल्मी है कहानी: सालों पहले घर से भागा, भेष बदल कर आया वापस
जानकारी के अनुसार सैतियापुर के मजरा फिरोजापुर निवासी सरजू और उनकी पत्नी सीता किसान हैं। लगभग 14 वर्ष पहले सरजू और सीता का पुत्र रिंकू घर से बिना कुछ बताए कही चला गया। परिजनों ने लापता रिंकू की खूब तलाश की, लेकिन बहुत दिनों तक नहीं मिलने के बाद वो थक हार कर बैठ गए। सबने मान लिया कि रिंकू के साथ कुछ अनहोनी हुई है और वो अब इस दुनिया में नहीं है। अचानक शनिवार रात एक आदमी उसी गाँव में पहुंचा जिसे रिंकू की मां ने तुरंत पहचान लिया। माँ अपने बेटे को गले लगाकर खूब रोई और दुलारती रही। इसके आगे की पूरी कहानी किसी फिल्म की पठकथा जैसी है।
दरअसल घर से भागकर रिंकू पंजाब चला गया और पिछले 14 वर्ष से वहीं था। रिंकू ने वहां कुछ ट्रक खरीद लिए। उसका एक ट्रक धनबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। ऐसे में अपने दुर्घटनाग्रस्त ट्रक को देखने धनबाद जा रहा था और रास्ते में हरदोई पडऩे पर उसे गाँव की याद आई। वैसे तो उसे सब कुछ याद नहीं था पर उसे गाँव के एक व्यक्ति के बारे में ध्यान था और वो गाँव में उसी के पास गया। वहां से उसे अपने घर और परिवार की जानकारी मिली और परिवार वालों को रिंकू की खबर दी गई।
रिंकू से बना गुरुप्रीत, सरदारों वाली पगड़ी पहन रहा है रिंकू
घर से भागने के बाद रिंकू गुरुप्रीत सिंह बन गया। उसका रहन सहन भी सरदारों की तरह हो गया। रिंकू कपड़े भी सरदारों की तरह पहनता है और सिर में पगड़ी भी बांधता है। इसके अलावा रिंकू का लुधियान में रहने वाले एक गोरखपुर के एक परिवार की बेटी से विवाह भी हो चुका है।
पहले सीखे ट्रक चलाना और फिर बना ट्रकों का मालिक
रिंकू उर्फ गुरुप्रीत की कहानी बेहद फिल्मी है। पढ़ाई के कारण पड़ने वाले डांट से बचने के लिए घर से भागकर किसी ट्रेन में बैठकर लुधियाना पहुंच ने वाले रिंकू को वहां एक सरदार मिले। सरदार ने उसे अपनी ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम दिया, जहां काम करते करते रिंकू ने ट्रक चलाना सीखा और फिर धीरे धीरे वह खुद ट्रकों का मालिक बन गया। अब उसके पास ढेर सारा पैसा और लग्जरी कार भी है।
माँ नहीं चाहती कि उसका बेटा जाए
इसने सालों बाद अपने बेटे को पाने वाली मां अपने बेटे को गले से लगाए हुए है। माँ बस एक ही बात चाहती है कि उसका बेटा जो करना चाहे करे पर उसे छोड़कर कही ना जाए।
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