खेल-खेल में ऐसी जगह छुपे बच्चे की पांचों की हो गई मौत!
By Loktej
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खेलते-खेलते कोठी में छिपे बालक, नहीं निकल पाये बाहर
वैसे तो खेल खेलना ही हर एक बच्चे का काम है। पर कई बार खेलते-खेलते यदि बालको को चोट आ जाए तो माता-पिता की स्थिति काफी खराब हो जाती है। पर यदि किसी बच्चे का खेल उसके जीवन का आखिर दांव बन जाए तो। कुछ ऐसा ही हुआ राजस्थान के बिकानेर में, जहां छिपाछिपी खेलते हुये एक ड्रम में छिपे बच्चे फिर कभी वापिस नहीं आ पाये।
खेलते-खेलते धान भरने की कोठी में जा छिपे बालक
विस्तृत जानकारी के अनुसार, राजस्थान के बिकानेर के नजदीक आए हिंमतसर गाँव के रहने वाले कुछ बालक घर में छिपाछिपी खेल रहे थे। खेलते खेलते पाँच बालक धान भरने की एक बड़ी सी कोठी में छिपने गए। जैसे ही बालक कोठी के अंदर घुसे कोठी का ढक्कन बाहर से बंद हो गया और पांचों बालकों की दम घुटने से मौत हो गई थी।
काफी समय तक नहीं मिलने पर परिवार ने शुरू की खोज
खेलते खेलते सभी बालक जब काफी देर तक नहीं मिले, तो परिवार के सदस्यों ने उनकी खोज शुरू की। काफी देर तक भी बालकों के ना मिलने पर उन्होंने धान भरने की कोठियों को चेक करना शुरू किया। जब कोठी को खोला गया, तब उसमें से सभी बालक बेहोशी की हालत में मिले। परिवार ने तुरंत ही उन्हें अस्पताल पहुंचाया, पर वहाँ मौके पर मौजूद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित किया।
घटना के समय नहीं था कोई घर में
मृतक सभी बच्चे 4 से 8 साल की उम्र के है। जिसमें सबसे छोटे सेवाराम, फिर रवीना और राधा और सबसे बड़ी पूनम है। चारों किसान भयाराम के पुत्र है। पांचवे पुत्र की पहचान माली के तौर पर की गई है, जो भयाराम की भतीजी थी। जब घटना बनी तब घर में कोई नहीं थी। पुलिस ने इस केस में फोरेंसिक टीम की भी मदद ली थी। नापासर पुलिस स्टेशन ने पुलिस अधिकारी ने बताया कि पांचों बालकों के मृतदेह का पोस्ट्मॉर्टेम कर के परिवार को सौंप दिया है।
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