कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव : कल होंगे मतदान, 19 अक्टूबर को मतगणना, 22 साल बाद कोई गैर-गाँधी बनेगा पार्टी अध्यक्ष

कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव : कल होंगे मतदान, 19 अक्टूबर को मतगणना, 22 साल बाद कोई गैर-गाँधी बनेगा पार्टी अध्यक्ष

कांग्रेस में पिछला अध्यक्ष का चुनाव 2000 में हुआ था जिसमें सोनिया गांधी ने जितेंद्र प्रसाद को भारी अंतर से हराया था

इस समय कांग्रेस के खेमे में अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ी हुई है। कांग्रेस के नए अध्यक्ष का चुनाव कल होने वाला है और दोनों उम्मीदवार पार्टी डेलीगेट्स को लुभाने में जुटे हुए हैं। कांग्रेस केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने पूरे चुनावी कार्यक्रम की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मतदान सुबह 10 बजे से शुरू होकर शाम चार बजे तक चलेगा। सभी राज्य प्रतिनिधि अपने-अपने मतदान केंद्रों में पसंदीदा उम्मीदवार के खिलाफ मतदान करेंगे। मतदान में कोई बाधा न हो इसके लिए व्यवस्था की गई है। मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि मतपेटियां 18 अक्टूबर को दिल्ली पहुंचेंगी और 19 अक्टूबर को मतगणना की जाएगी। एआईसीसी में मतदान केंद्र भी बनाए गए हैं जहां 50 लोग मतदान कर सकते हैं। इसी के साथ पार्टी में 22 साल बाद अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होने वाले है और पार्टी को गांधी परिवार से बाहर का कोई अध्यक्ष मिल जाएगा। इस बात को लेकर कार्यकर्ताओं के बीच काफी उत्साह देखा जा रहा है। हालांकि गांधी परिवार की ओर से किसी भी उम्मीदवारों को समर्थन नहीं मिला है। 

दोनों नेता लगातार कर रहे मीडिया से बात 


चुनाव के मद्देनजर अब चुनाव के दोनों उम्मीदवार शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे पार्टी के कई नेताओं से चुनाव से पहले आखिरी बार मुलाकात कर रहे है। इसके साथ ही दोनों नेता अपने स्तर पर घोषणापत्र जारी कर चुके है। दोनों के घोषणापत्र में कई तरह के वादे किये गए है। 

राहुल कर्नाटक के बेल्लारी में जबकि सोनिया गाँधी दिल्ली में करेंगे मतदान


कांग्रेस अध्यक्ष के लिए राहुल गांधी कर्नाटक के बेल्लारी में वोट करेंगे, जबकि सोनिया गांधी दिल्ली में वोट करेंगी। मिस्त्री ने कहा कि राहुल गांधी के लिए मतदान केंद्र की व्यवस्था की गई है। सोनिया के अलावा मनमोहन भी वोट करेंगे।

आखरी बार 2000 में हुआ था चुनाव


कांग्रेस में पिछला अध्यक्ष का चुनाव 2000 में हुआ था जिसमें सोनिया गांधी ने जितेंद्र प्रसाद को भारी अंतर से हराया था। इससे पहले उन्होंने 1998 में पार्टी की कमान संभाली थी। वहीं 1996 में कांग्रेस का आखिरी गैर-गांधी अध्यक्ष था, जब सीताराम केसरी, शरद पवार और राजेश पायलट को हराकर पार्टी के शीर्ष पद के लिए चुने गए थे। इसी क्रम में 17 अक्टूबर 2022 को, 9000 से अधिक पीसीसी प्रतिनिधि मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर में से अगले गैर-गांधी अध्यक्ष का चुनाव करेंगे।

दोनों उम्मीदवारों ने जारी किया अपना-अपना घोषणापत्र 


एक रिपोर्ट के अनुसार खड़गे ने पिछले दिनों समर्थन मांगने के साथ ही साथ कई बड़े ऐलान भी किए है। कार्यकर्ताओं से बात करके खड़गे ने साफ किया कि अगर वो अध्यक्ष बन गए तो आगामी समय में पार्टी में 50 फीसदी पोस्ट 50 से कम उम्र वाले लोगों को दिए जाएंगे। इसके अलावा पुराने कार्यकर्ताओं को सम्मान देने और पार्टी में युवा शक्ति लाने की बात कही। वही, थरूर ने अपने मैनिफेस्टो के बारे में बात करते हुए कहा था कि ' आज हमारी पार्टी को एक बदलाव की जरूरत है और मुझे लगता है कि वह बदलाव मैं लेकर आने वाला हूं। हमारे सामने कई तरह की चुनौतियां खड़ी है, लेकिन हमें उसका डटकर सामना करना है। इसके लिए हमें पार्टी में कई तरह के बदलाव करने होंगे। आज के समय में पार्टी को फुल टाइम के अध्यक्ष की जरूरत है। एक ऐसा अध्यक्ष जिसके पास हर कार्यकर्ता की आवाज पहुंच सके। हमें नए ऊर्जा की जरूरत है।'