घाटी में आतंकियों का खूनी खेल जारी, कश्मीरी पंडित महिला टीचर को गोली मारी

घाटी में आतंकियों का खूनी खेल जारी, कश्मीरी पंडित महिला टीचर को गोली मारी

मई महीने में टार्गेट किलिंग की दूसरी वारदात, इससे पहले राहुल भट्ट की हुई थी हत्या

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों का खूनी खेल जारी है और वे कश्मीरी पंडितों को अपना निशाना बना रहे हैं। मंगलवार को एक आतंकी वारदात में हमलावरों ने एक स्कूली शिक्षिका की गोली मारकर हत्या कर दी। बताया गया है कि पीड़ित महिला जम्मू के सांबा जिले की निवासी थी। घटना कुलगाम के गोपालपुरा इलाके के हाइस्कूल के भीतर हुई। सुरक्षाबलों ने वारदात के बाद इलाके को घेर कर आतंकियों की तलाशी शुरु कर दी है। कश्मीर जोन पुलिस ने घटना के संबंध में कहा है कि अपराध में शामिल आतंकियों की जल्द पहचान कर उन्हें मार गिराया जाएगा।
एक रिपोर्ट के अनुसार मृतक महिला का नाम रजनी बाला बताया गया है और वे 36 वर्ष की थीं। हमले से जुड़ा सबसे चौंकाने वाला तथ्य यह है कि आतंकी स्कूल में घूसे और वहां अपने काम में व्यस्त रजनी से पहले उनका नाम पूछा और फिर पोइंट ब्लैंक रेंज से गोली मार दी। आतंकियों के मौके से भागने के बाद वहां लोग इकठ्ठा हो गये और बूरी तरह घायल से घायल रजनी को चिकित्सा के लिये अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित किया। रजनी का शव पोस्टमोर्टम के लिये भेजा गया और फिर उनके परिवार को सौंपा जायेगा।
मृतक रजनी कश्मीरी पंडित थीं और उनके पति राजकुमार भी एक स्कूली टीचर हैं और कुलगाम के ही मिरहमा इलाके में स्कूल में पढ़ाते हैं। घटना के बाद राजकुमार का हाल बेहाल है और उन्होंने आतंकियों के खिलाफ सख्य कार्रवाई की मांग की है। उधर वारदात के बाद कश्मीर घाटी में कश्‍मीरी पंडित समुदाय के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। श्रीनगर के बटवारा इलाके में कश्मीरी पंडित परिवार सड़कों पर उतरे और सरकार से सुरक्षा के उपाय कड़े करने की मांग की है। 
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख उमर अब्दुल्ला ने हमले की निंदा करते हुए कहा है कि निहत्थे नागरिकों पर किये गये हालिया हमलों की लंबी सूची में एक और लक्षित हत्य जुड़ गई है। निंदा और शोक शब्द और स्थिति सामान्य होने तक चैन से नहीं बैठने के सरकार के आश्वासन खोखले होते जा रहे हैँ। 
इस प्रकार मई महीने में कश्मीरी पंडित को निशाना बनाये जाने की ये दूसरी वारदात हुई है। इससे पहले 12 मई को बडगाम जिले की चदूरा तहसील में तहसीलदार कार्यालय के अंदर गोली मारकर राहुल भट्ट की हत्या कर दी गई थी। मई महीने में अब तक इस प्रकार की सात लक्षित हत्याओं को अंजाम दिया गया है। मृतकों में चार नागरिक और तीन पुलिसकर्मी थे, जो ड्युटी पर तैनात नहीं थे। 
पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती ने भी अपनी प्रतिक्रिया सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि भले भारत सरकार की ओर से घाटी में सबकुछ सामान्य होने का दावा किया जा रहा हो, लेकिन नागरिकों पर टारगेट किलिंग की घटनाएं गंभीर विषय है। उन्होंने हमले को कायराना घटना बताते हुए उसकी निंदा की।