यूक्रेन से अपने पालतू पिल्ले को साथ लाने कीर्तना ने छोड़ी थी चार फ्लाइटें और अपना सामान

यूक्रेन से अपने पालतू पिल्ले को साथ लाने कीर्तना ने छोड़ी थी चार फ्लाइटें और अपना सामान

दुनिया भर के कई लोग यूक्रेन और रूस के बीच हो रहे युद्ध के कारण परेशान है। युद्ध के कारण कई देशों के नागरिक यूक्रेन में फंस गए है और वापिस अपने देश लौटने के लिए विभिन्न प्रयास कर रहे है। ऐसे में भारत सरकार द्वारा यूक्रेन में फंसे छात्रों के लिए 'ऑपरेशन गंगा' के तहत उन्हें वापिस लाने की लगातार कोशिश की जा रही है। इस बीच एक हृदयस्पर्शी घटना सामने आई है। कहते है की कुत्ता मनुष्य का सबसे वफादार जानवर मित्र होता है। वह कभी भी अपने मालिक का साथ नहीं छोड़ता। तो ऐसे में हमें भी उनके प्रति अपनी ज़िम्मेदारी से मुंह नहीं मोड़ना चाहिए। कुछ ऐसा ही किया मेडिकल की पाँचवी वर्ष की छात्रा कीर्तना ने। दरअसल यूक्रेन में चल रहे युद्ध के दौरान कीर्तना भी युद्ध के माहौल में फंसी थी। हालांकि वहाँ वह अकेली नहीं थी, उसके साथ था उसका पालतू पीला 'कैंडी भी था। कीर्तना की जिद पर आदि थी की उसके साथ कैंडी भी वापिस जाएगा। इसके लिए उसने अपना सामान और भारत आने के लिए चार फ्लाइट भी छोड़ना मुनासिब समझा। अंत में वह अपने पालतू कैंडी के साथ शनिवार को चेन्नई पहुंची।
न्यूज एएनआई को दिये गए साक्षात्कार के अनुसार, कीर्तना ने बताया कि उसे उसकी उड़ान चार बार कैंसल करनी पड़ी थी। क्योंकि उनके पास पालतू जानवर को लाने कि अनुमति नहीं थी। जिसके चलते उन्होंने दो-तीन दिनों तक इंतजार किया। अंत में उन्हें दूतावास से फोन आ गया कि वह उनके पालतू जानवरों को लेकर जाने कि अनुमति मिल गई। हालांकि इसके लिए उन्हें उनका सामान वहीं छोड़ना पड़ा। कीर्तना ने बताया कि वह एक सीमावर्ती इलाके में रहती थी। इसके चलते उसे अन्य छात्रों के मुक़ाबले अधिक तकलीफ़ों का सामना नहीं करना पड़ा था।
बता दें कि विदेश मंत्रालय द्वारा शनिवार को दिये गए बयान के अनुसार, ऑपरेशन गंगा के तहत करीब 13300 से अधिक लोग यूक्रेन छोड़ चुके है। इसके अलावा सभी भारतीय खार्किव शहर छोड़ चुके है।

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