गांधीजी को देशद्रोही कहने वाले भागवत कथाकार ने मांगी माफी, कहा - आवेश में आकर मुंह से निकल गया

गांधीजी को देशद्रोही कहने वाले भागवत कथाकार ने मांगी माफी, कहा - आवेश में आकर मुंह से निकल गया

भागवत कथा के दौरान दिया था विवादित बयान, कांग्रेस द्वारा तरुण मुरारी के खिलाफ दर्ज करवाया था आवेदन

महात्मा गांधीको देशद्रोही कहने वाले भागवत कथाकार तरुण मोरारी ने अब अपना बयान बदल दिया है। महात्मा गांधी को देशद्रोही कहने वाले तरुण ने अपने बयान के लिए माफी मांगी थी। भागवत कथाकार तरुण ने कहा कि पत्रकार के विभिन्न सवाल पूछे जाने पर आवेश में आकर उन्होंने यह बयान दे दिया था। गांधीजी के बारे में हर कोई जानता है और उनका अपमान करने का उनका कोई इरादा नहीं था। उनके निवेदन के कारण यदि किसी की भावना को चोट पहुंची हो तो उसके लिए वह माफी मांगते है।
भागवत कथाकार तरुण मोरारी ने कुछ ही दिन पहले विवादित बयान देते हुये महात्मा गांधीको देशद्रोही कहा था। इसके अलावा तरुण ने कहा कि जिस इंसान ने देश के टुकड़े-टुकड़े किए हो वह देश का राष्ट्रपति कैसे हो सकता है। जिस इंसान ने देश के टुकड़े किए हो उसे देशद्रोही ही कहना चाहिए। पुलिस ने इस निवेदन के बाद तरुण के खिलाफ केस दर्ज किया था। हालांकि अब अपने इस बयान से पलटते हुये उन्होंने लोगों से माफी मांगी थी। इसके पहले कांग्रेस ने कथाकार के निवेदन का विरोध कर के कार्यवाही करने के लिए पुलिस को आवेदन दिया था, जिसके चलते पुलिस ने कार्यवाही की थी।
उल्लेखनीय है कि इसके पहले एक और संत कालीचरण द्वारा भी इस तरह का विवादित बयान दिया गया था। इसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया था। हालांकि कालीचरण ने इसके बाद अपनी जमानत की याचिका दर्ज की थी। पर कोर्ट द्वारा वह जमानत याचिका नामंज़ूर कर दी गई है।