‘अगले कुछ दशक तक भारतीय जनता पार्टी केंद्र की राजनीति से कहीं नहीं जाने वाली!’

‘अगले कुछ दशक तक भारतीय जनता पार्टी केंद्र की राजनीति से कहीं नहीं जाने वाली!’

चुनाव विशेषज्ञ प्रशांत किशोर की दो टूक

भारतीय जनता पार्टी ने जब से केंद्र में कमान संभाली है, विपक्ष लगातार कमजोर पड़ता गया है। हालांकि मीडिया में समय-समय पर चर्चा जोरों पर रहती है कि आम जनमानस में भाजपा के खिलाफ मन बन रहा है और यह सिर्फ समय की बात है, कब जनता चुनाव में अपने तेवर दिखायेगी और भाजपा को सत्ता से दूर कर देगी। 
आम तौर राजनीतिज्ञों के बीच और चाय पर होने वाली इन चर्चाओं के मध्‍य चुनाव विशषज्ञ प्रशांत किशोर ने एक कार्यक्रम के दौरान इस विषय पर अपनी राय रखी। बता दें कि प्रशांत किशोर किसी भी लाग-लपेट के सीधी बात करने के लिये जाने जाते हैं भले ही वह बात उनके पक्ष की हो या विपक्ष की। यानि भले वो कांग्रेस या अन्य किसी विरोधी दल के लिये चुनाव में काम कर रहे होंगे, लेकिन किसी बिंदु पर बात रखते वक्त भाजपा के पक्ष में तथ्य रखने होते हैं तो भी वे हिचकते नहीं। इसी कारण उनकी बातों को दलगत राजनीति से दूर सभी वर्गों में गंभीरता से सुना जाता है। 
अपने हालिया बयान में प्रशांत किशोर ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी आने वाले कुछ दशक देश की केंद्रीय राजनीति की मुख्य धुरी रहने वाली है। उन्होंने तर्क देते हुए कहा कि एक बार जब किसी पार्टी को कुल औसत का 30 प्रतिशत वोट मिल जाता है, तो फिर वह राजनीति की मुख्य धुरी बन जाती है। भले पार्टी चुनाव में हारे या जीते, लेकिन कोई भी इतने जनसमर्थन वाली पार्टी को हाशिये पर नहीं धकेल सकता। 
प्रशांत किशोर ने कहा कि जैसे देश ही राजनीति में शुरुआती 40 साल कांग्रेस के रहे, उसी प्रकार आने वाले कुछ दशक राजनीति भाजपा के इर्द-गिर्द रहेगी। उन्होंने राहुल गांधी का भी जिक्र करते हुए कहा कि वे कहते हैं कि बस समय की बात है और लोग भाजपा को हटा देंगे, लेकिन वास्तव में राजनीति में ऐसा होता नहीं है।
आप इस विषय में क्या राय रखते हैं, अवश्य बताएं।