नेवी ऑफिसर किरण बनी भारत की पहली महिला शहीद ऑफिसर, 22 साल की उम्र में ऑन ड्यूटी हुआ निधन

नेवी ऑफिसर किरण बनी भारत की पहली महिला शहीद ऑफिसर, 22 साल की उम्र में ऑन ड्यूटी हुआ निधन

पिता के नक्शेकदम पर जॉइन की थी इंडियन नेवी, एक साल के इंतजार के बाद कुछ ही दिनों में पति से मिलने वाली थी

आज हर क्षेत्र में लड़का और लड़की एक समान है। चाहें खेल का मैदान हो या राजगद्दी, महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुष जैसा और कई जगहों पर तो पुरुषों से अच्छा प्रदर्शन भी कर रही है। एक ऐसी ही एक सशक्त महिला के बारे में आज हम बात करने जा रहे है, जो की देश की सेवा करते-करते शहीद हो गई। किरण शेखावत नाम की यह महिला शहीद होने वाली देश की पहली महिला ऑफिसर बनी है। 
अब तक कई महिलाओं ने भारतीय सेना में काम किया है। पर अब तक कोई भी महिला देश की सेवा करते हुये शहीद नहीं हुई थी। किरण शेखावत ऐसी पहली महिला बनी है, जो की देश की सेवा करते हुये शहीद हुई है। मात्र 22 साल की उम्र में देश के लिए शहीद होने वाली किरण पिछले एक साल से अपने पति से भी नहीं मिली थी और इसलिए उसने 10 दिनों की छुट्टी भी ली थी। पर छुट्टी के 10 दिनों पहले ही किरण ने दुनिया को अलविदा कर दिया। 
अपने पिता के नक्शेकदम पर चलकर किरण ने नेवी जॉइन की थी। नेवी में ही काम करने वाले एक जवान विवेक के साथ किरण ने शादी कर ली। अपनी पोस्टिंग के कारण किरण और विवेक एक दूसरे से पिछले एक साल से मिले भी नहीं थे। 10 दिन बाद दोनों की पोस्टिंग एक ही जगह पर होने वाली थी, पर वह अपने पति से मिल पाये उसके पहले ही किरण शहीद हो गई। किरण के मरने की खबर सुनकर सभी की आंखे नम हो गई थी। उल्लेखनीय है कि आम तौर पर चाहे कितना भी पढ़ी लिखी हो पर जब बात आती है सेना में जुडने की तो लड़कियां पीछे हट जाती है, ऐसी मान्यता कई लोगों के दिल में घर कर गई है। ऐसे में मात्र 22 साल की उम्र में किरण ने कई तरह की प्रसिद्धियाँ तो हासिल की और छोटी सी उम्र में ही देश की सेवा करते हुये शहीदी को प्राप्त हो गई।
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