Excellent! Congratulations to everyone, specially the people of Telangana.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 25, 2021
The iconic Ramappa Temple showcases the outstanding craftsmanship of great Kakatiya dynasty. I would urge you all to visit this majestic Temple complex and get a first-hand experience of it’s grandness. https://t.co/muNhX49l9J pic.twitter.com/XMrAWJJao2
तेलंगाना का यह 900 साल पुराना शिव मंदिर हुआ युनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट की लिस्ट में शामिल
By Loktej
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काकतीय रुद्रेश्वर (रामप्पा) मंदिर के आज भी कई रहस्य है अनसुलझे, त्रिदेवों में ब्रह्माजी के स्थान पर सूर्यदेव को किया है स्थापित
यूएन की संस्था यूनेस्को द्वारा तेलंगाना के काकतीय रुद्रेश्वर (रामप्पा) मंदिर को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल कर लिया गया है। सरकार द्वारा 2019 में इस मंदिर को विश्व धरोहर के रूप में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया था। जिसे भगवान शिव के प्रिय महीने सावन में ही स्वीकार कर लिया गया। रविवार को इस मंदिर को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल करने के बाद तेलंगाना के लोगों में काफी आनंद छाया हुआ है।
बता दे की साल 2019 में भी सरकार द्वारा इस मंदिर को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में समाविष्ट करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। यह मंदिर भारतीय शिपकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। जिसका नाम मंदिर को बनाने वाले रामप्पा के नाम पर ही रखा गया है। मंदिर को काकतीय महाराज रुद्र देव ने 1163 में बनवाया था। इतने सालों के बाद भी यह मंदिर आजतक बिलकुल बुलंद खड़ा है। जिसके चलते मंदिर आज भी कई लोगों के लिए शोध का विषय बना हुआ है।
भगवान शिव का यह मंदिर अनेक रूप से विशेष है। मंदिर में अद्भुत नक्काशी के अलवा मंदिर के निर्माण कार्य के लिए हुई पद्धति, भव्य प्रवेशद्वार, शिलालेख, छतों पर लिखे हुये लेख तथा मंदिर के हजारों पिलर्स मंदिर की सुंदरता में चार चाँद लगाते है। मंदिर में भगवान शंकर, विष्णु और सूर्य देवता की मूर्ति बिराजमान है। इसलिए मंदिर को त्रिकुटल्यम के नाम से भी जाना जाता है। उल्लेखनीय है कि आम तौर पर ब्रह्मा, विष्णु और महेश की पुजा की जाती है, पर यहाँ त्रिदेवों में ब्रह्माजी की जगह सूर्यदेव को विराजित किया गया है।
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय संस्कृति प्रधान जी किशन रेड्डी ने ट्वीट कर खुशी भी जाहीर की है। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में रामप्पा मंदिर के विश्व धरोहर के रुप में स्वीकारे जाने की जानकारी के देने के साथ ही इस बात के लिए तेलंगाना के लोगों को और अन्य सभी देशवासियों को भी धन्यवाद व्यक्त किया था। इसके अलावा संस्कृति प्रधान किशन रेड्डी ने कहा कि उन्हें यह जानकार काफी खुशी हो रही है। किशन रेड्डी ने इस के लिए तेलंगाना के सभी लोगों का और प्रधानमंत्री मोदी का उन्हें मार्गदर्शन देने के लिए शुक्रिया अदा किया था।