जानिए कैसे न्यूजीलैंड दूतावास के एक ट्वीट ने मचाया बवाल, ऑक्सीजन सिलिंडर के लिए कांग्रेस से मांगी थी मदद

जानिए कैसे न्यूजीलैंड दूतावास के एक ट्वीट ने मचाया बवाल, ऑक्सीजन सिलिंडर के लिए कांग्रेस से मांगी थी मदद

न्यूजीलैंड दूतावास ने ट्वीट को बताया भूल, ट्वीट डिलीट कर मांगी माफ़ी

भारत स्थित न्यूजीलैंड दूतावास के अधिकारियों ने एक ऐसा ट्वीट कर दिया जिससे विवाद हो गया। दरअसल न्यूजीलैंड दूतावास ने रविवार को कांग्रेसी नेता से ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए मदद मांगते हुए एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में दूतावास ने कांग्रेस को भी टैग करते हुए लिखा था कि "क्या आप न्यूजीलैंड दूतावास में ऑक्सीजन सिलेंडर की तत्काल मदद पहुंचा सकते हैं? धन्यवाद!।" इस ट्वीट के सामने आते ही बवाल मच गया और सरकार पर सवाल उठने लगे। हालांकि हंगामे के बाद दूतावास ने यह ट्वीट डिलीट कर दिया गया और सफाई देते हुए कहा कि उनसे गलती से ट्वीट हो गया था। 
इस ट्विटर को लेकर कुछ लोग इसे केंद्र सरकार पर भरोसा हटना बता रहे हैं तो कुछ इसे कांग्रेस पार्टी की साजिश के रूप में देख रहे हैं ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि खराब हो। कुछ लोग यह कह भी रहे हैं कि आज जो कुछ भी हुआ, उससे भारत की 'अंतरराष्ट्रीय बेइज्जती' हुई। आपको बता दें कि इस पूरे विवाद के बाद न्यूजीलैंड दूतावास ने दुबारा ट्वीट करके कहा कि "हम तुरंत ऑक्सिजन सिलिंडर की व्यवस्था करने के लिए सभी स्रोत खंगाल रहे हैं और दुर्भाग्य से हमारी अपील को गलत तरीके से पेश किया गया जिसके लिए हम दुखी हैं।"
इससे पहले कांग्रेस यूथ विंग के लीडर श्रीनिवास ने न्यूजीलैंड दूतावास को ऑक्सिजन सिलिंडर भेजने का वीडियो ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, "न्यूजीलैंड हाई कमिशन ने दरवाजा खोला और सिलिंडर्स रख लिए। उन्होंने तुरंत राहत पहुंचाने के लिए कांग्रेस यूथ विंग का शुक्रिया भी कहा क्योंकि उच्चायोग के अंदर मरीज की हालत गंभीर थी।"  साथ ही एक और ट्वीट में उन्होंने कहा कि "एक भारतीय नागरिक के तौर पर मैं कांग्रेस के प्रयासों को धन्यवाद देता हूं। मैं ये सोचकर हैरान हूं कि विदेशी दूतावासों को एक विपक्षी पार्टी के नेताओं से मदद मांगनी पड़ रही है। क्या विदेश मंत्रालय सो रहा है?"
इसके बाद पुरे विवाद पर विदेश मंत्री ने ट्वीट कर कांग्रेस पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने लिखा, "विदेश मंत्रालय ने फिलीपींस एंबेसी में जांच की। वहां ऑक्सीजन सिलेंडर की जबर सप्लाई की गई, जबकि वहां कोरोना के कोई मामले नहीं हैं। ऐसे वक्त में जब लोगों को सिलेंडर की सख्त जरूरत है, तब बेवजह सिलेंडर बांटना चिंताजनक है।
साथ ही विदेश मंत्री जयशंकर ने जयराम को जवाब देते हुए लिखा, "जयरामजी, विदेश मंत्रालय कभी नहीं सोता। हमारे लोग दुनियाभर में हैं। हम जानते हैं कि कौन क्या करता है।"

Tags: India