अब कोरोना के इस नए XE वैरीअंट के इन लक्षणों पर ध्यान रखिएगा

अब कोरोना के इस नए XE वैरीअंट के इन लक्षणों पर ध्यान रखिएगा

कोरोना के इस नए वैरीअंट का गुजरात में हो चुका है प्रवेश, वडोदरा के गोत्री के एक व्यक्ति की रिपोर्ट आई पॉजिटिव

बीते दो साल कोरोना के आतंक में बिताने के बाद जैसे तैसे देश वापस पटरी पर आ रहा है पर ओमिक्रोन के बाद कोरोना XE के नए वेरिएंट को लेकर पूरे देश में खौफ का माहौल है। अब इस नए वेरिएंट XE ने गुजरात में एंट्री कर ली है। वडोदरा के गोत्री के एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। संक्रमण आने के साथ ही उसकी रिपोर्ट में कोरोना का एक नया रूप मिला है। तो अब हर किसी के मन में यह सवाल है कि इस नए वेरिएंट के फीचर्स क्या हैं और यह कितना खतरनाक है। तो आइए जानते हैं इस नए वेरिएंट के फीचर्स।:-

अगर इसके फीचर्स की बात करें तो कोरोना का यह XE वेरिएंट अब तक का सबसे संक्रामक वेरिएंट हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, ओमिक्रोन सब-वेरिएंट BA.2 की तुलना में XE वेरिएंट की तुलना में 10% अधिक संक्रामक है। ओमाइक्रोन के लक्षणों में बुखार, गले में खराश, खांसी और सर्दी, त्वचा में जलन शामिल हैं। इसके अलावा, यूके हेल्थ एजेंसी 3 वेरिएंट XD, XE और XF का अध्ययन कर रही है। XD BA.1 ओमिक्रोन प्रकार का एक संकर है और XF डेल्टा और BA.1 का एक 'पुनः संयोजक' संस्करण है। यह नया संस्करण ओमाइक्रोन का एक ही रूप है, जो ओमाइक्रोन बीए1 और बीए2 का संयोजन है। दरअसल, ये वायरस लगातार म्यूटेटिंग कर रहा है।
हालाँकि, यह माना जाता है कि यह ओमिक्रॉन की दो सब-वेरिएंट से बना है, इसलिए यह ओमिक्रॉन के समान ही हो सकता हैं। XE वैरिएंट के लक्षणों में बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, शरीर में दर्द, सिरदर्द, गले में खराश और नाक बहना शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा, XE वैरिएंट के कुछ अन्य लक्षणों में थकान, चक्कर आना, धड़कन, सूंघना और स्वाद में कमी शामिल हो सकते हैं। अगर किसी को ये लक्षण नजर आते हैं तो उसे तुरंत जांच करानी चाहिए।
वहीं, गांधीनगर में 33 छात्र पॉजिटिव आए हैं। पॉजिटिव छात्रों को पृथक छात्रावास में क्वारंटाइन किया गया है। इसके अलावा अन्य छात्रों की भी जांच की जा रही है। कॉलेज में करीब एक हजार छात्र पढ़ते हैं। कोरोना के मामले सामने आने के बाद सभी छात्रों का टेस्ट किया जाएगा। अब तक लगभग 200 छात्रों का परीक्षण किया गया है, जिनमें से 33 ने सकारात्मक परीक्षण किया है। जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए जीबीआरसी गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर लैब को भेजा गया।