जानें आज पहली बार होलिका दहन का है कौन सा महासंयोग?

जानें आज पहली बार होलिका दहन का है कौन सा महासंयोग?

रात्रि 9.08 से 10.18 बजे तक होली जलाने का शुभ मुहूर्त

आज हिन्दुओं के प्रमुख त्योहारों में से होली का प्रारंभ हो रहा है। आज का दिन होलिका-दहन हा होता है. होलिका दहन असत्य पर सत्य की जीत का प्रतिक है. आज पहली बार तीन बड़े राजयोगों में होलिका दहन होगा. इस दिन गजकेसरी वृष्ठा और केदार योग में होली जलाई जाएगी।
अधिक जानकारी के अनुसार 18 मार्च को रंगों का पर्व और एक दिन पहले होलिका दहन होगा। इस बार भद्रा दोष रहेगा। इसलिए शाम के बदले रात्रि के समय पूर्वा फाल्गुनी के नक्षत्र में होलिका दहन हो सकता है। अन्य ग्रहों की स्थिति के अनुसार इस समय गजकेसरी, वरिष्ट और केदार नाम के तीन राजयोग भी होंगे।
ज्योतिषियों के मुताबिक होली के दिन इस तरह का यह पहला संयोग होगा। होलिका दहन को थ्री मोटिव योग में देश के लिए शुभ बताया गया है। साथ ही पारिवारिक सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। इसके अलावा होलिका दहन गुरुवार को होगा। जिसे बृहस्पति का दिन माना जाता है। गुरु की दृष्टि चन्द्रमा से होने के कारण गजकेसरी योग बनेगा। इस पर्व पर वृद्ध और केदार योग भी बन रहे हैं। ऐसा पहली बार हुआ है कि होलिका दहन के समय ये तीनों राजयोग बन रहे हैं। साथ ही राशि में सूर्य का मित्र होना इस पर्व को और भी शुभ बना देगा। होलिका दहन पर विशेष ग्रह योग रोग, दु:ख और अपराध-बोध का नाश करने के साथ-साथ शत्रुओं पर विजय भी दिलाएगा।
बता दें कि 14 मार्च से वसंत की शुरुआत हो चुकी है। जिसके स्वामी शुक्र है। होलिका दहन शुक्र के ठीक पहले फाल्गुनी नक्षत्र में होगा। वह ग्रह आराम, समृद्धि, उत्सव, आनंद और शुभता का कारक भी है। फागन मास का स्वामी भी शनि है। शुक्र और शनि एक दूसरे के मित्र हैं। और दोनों मकर राशि में साथ रहकर गठबंधन बना रहे हैं। इस नक्षत्र के कारण ही पर्वों के शुभ फल में वृद्धि होगी।