वैलेंटाइन डे है सतर्क रहना; अनजान स्त्रोत से लिंक मोबाइल पर आए तो क्लिक मत करना वरना अकाउंट खाली हुआ समझो!

अगर आपके पास भी ऐसा कोई लिंक तो रहे सावधान

आज के समय में जहाँ तकनीक ने लोगों की जिन्दगी आसान बना दी है वहीं अपरधियों ने भी इसका सहारा ले लिया है। कोरोना महामारी में साइबर माफिया बेकाबू हो गए हैं। फिलहाल साइबर माफिया लव फेस्टिवल के दौरान फ्री फोन से लेकर आकर्षक तोहफे देने के नाम पर फर्जी लिंक भेजकर लोगों को ठग रहे हैं। जैसे ही यूजर्स इस लिंक का इस्तेमाल करते है ये चोर फोन में इंस्टॉल एप फाइल के जरिए ई-वॉलेट और बैंकिंग समेत अहम डाटा चोरी करने के लिए करते हैं और फिर पता चलता है कि आपकी कमाई का पैसा उड़ाया जा रहा है।
इस बारे में मिली जानकारी के मुताबिक इस समय वैलेंटाइन्स डे वीक चल रहा है। वैलेंटाइन डे नजदीक आने के साथ ही साइबर माफियाओं ने मनी लॉन्ड्रिंग की एक नई विधि खोज ली है। मास्टरमाइंड गैंग ने सोशल मीडिया पर एक लिंक सर्कुलेट किया है। इस लिंक पर क्लिक करने पर एक वेब पेज खुल जाता है। इसके बाद यूजर्स से कुछ सवाल पूछे जाते हैं, जिनका जवाब यूजर्स को लिखना होता है। इसके बाद एक फर्जी घोषणा की जाती है कि जो सही उत्तर देगा उसे नवीनतम मोबाइल फोन से पुरस्कृत किया जाएगा। इस लिंक से गिरोह डेटा चुराते हैं और फिर पैसा चोरी करते हैं।
इस संबंध में साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि जब यूजर्स चार सवालों के जवाब देते हैं तो आईपी एड्रेस चोरी हो जाता है। एप्लिकेशन को फोन के बैकग्राउंड में ऐप फॉर्मेट में इंस्टॉल किया जाता है। जो ई-वॉलेट और बैंकिंग ऐप्स पर हमला करता है। एंड्रॉइड एप्लिकेशन पैकेज उपयोगकर्ताओं को अपने फोन में एप्लिकेशन इंस्टॉल करने में मदद करता है। ऐप फाइलों को फोन में कंप्रेस्ड फॉर्म में डाला जाता है। ऐसे में अगर आपके पास भो वैलेंटाइन डे नाम से कोई लिंक आता है तो उससे बचना चाहिए।
यदि किसी उपयोगकर्ता ने गलती से लिंक खोल दिया है, तो उसे फोन में डाउनलोड किए गए एप्लिकेशन की सूची की जांच करनी चाहिए। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि अज्ञात ऐप इंस्टॉल नहीं है। हालांकि, अगर फोन में इस तरह का ऐप है तो उसे तुरंत डिलीट कर देना चाहिए। फ़ोन को रीसेट करने और Google पासवर्ड बदलने के अलावा, दोस्टेप वेरिफिकेशन शुरू करें या बहु-कारक प्रमाणीकरण विकल्प चालू कर दें।
आपको बता दें कि पिछले साल भी ऐसा एक फ्री ऑफर का लिंक वायरल हुआ था। इस साल यूआरएल को छोटा करके चार तरह के लिंक वायरल हुए हैं।
Tags: Fraud