वाह! इस आई ड्रॉप को आंखों में डालने से नज़र तेज़ हो जाएगी!

वाह! इस आई ड्रॉप को आंखों में डालने से नज़र तेज़ हो जाएगी!

मेडिकल साइंस ने खोजा आसान विकल्प, आई ड्रॉप को आंखों में डालने के बाद नज़र की समस्या हो जाएगी ख़त्म

आज के समय लोगों की दिनचर्या और खानपान ऐसा हो गया है कि बड़े हो या छोटे सब आँखों की समस्या से ग्रसित है। आज के समय चश्मा लग जाना बहुत ही आम है। आज छोटे छोटे बच्चे भी बिना चश्में के ढंग से पढ़ने में असमर्थ है। ऐसे में जिन लोगों की नज़र कमज़ोर है उनके लिए विज्ञान ने बहुत बड़ा काम किया है। मेडिकल साइंस ने एक करिश्माई आई ड्रॉप का अविष्कार किया है। इस आई ड्रॉप को आंखों में डालने के बाद नज़र की समस्या ख़त्म हो जाएगी और चश्मा लगाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
आपको बता दें कि वैज्ञानिकों द्वारा बनायें गये इस चमत्कारी ड्रॉप के सकारात्मक परिणाम मिले है। इस ड्रॉप को आंखों में डाले जाने वाले इस ड्रॉप से काफी फायदा भी हुआ है। इस ड्रॉप का नाम वुइटी है और इसका शुरुआती ट्रायल 750 मरीज़ों पर किया गया है, जिसके नतीजे काफी असरदार रहे हैं। बड़ी बात ये है कि अमेरिका की ड्रग रेग्युलेटर एफडीए ने भी आम लोगों को इसके इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है।
बता दें कि आयरलैंड की फार्मा कंपनी एलरजन द्वारा तैयार इस ड्रॉप के ट्रायल में लीडिंग रोल में रहे नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ। जॉर्ज ओ। वॉरिंग ने बताया कि बढ़ती उम्र के साथ लोगों में प्रेसबायोपिया होने लगता है, जिससे उनकी नजर कमजोर होने लगती है। ऐसा होने पर उन्हें  चीजों को बेहद करीब से देखना पड़ता है। इन परिस्थितियों में ये ड्रॉप काफी असरदार है। ये आई ड्रॉप 15 मिनट में अपना असर दिखाती है और इसे डालने के कुछ घटों तक इसका असर रहता है। आंखों में वुइटी आई ड्रॉप की एक बूंद डालने से 6 से 10 घंटे तक नजर पहले की अपेक्षा तेज़ हो जाती है। पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी के ऑप्थेल्मोलॉजिस्ट डॉ। स्टीफन ऑरलिन का कहना है, यह आई ड्रॉप पुतली के आकार को छोटा करती है। ऐसा होने पर मरीज को पास की चीज साफ दिखने लगती है।
वहीं कीमत की बात करें तो कंपनी द्वारा दिए गये विवरण के अनुसार इस दवा का खर्च करीब 6 हजार रुपए मासिक आएगा। रोचेस्टर यूनिवर्सिटी की नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ। स्कॉट एम मैकरेने समेत कई डॉक्टर इसे अच्छा विकल्प बता रहे है। गौरतलब है कि प्रेसबायोपिया का इलाज करने के लिए उपयोगी ये वुइटी आई ड्रॉप अपने आप में पहली ऐसी दवा है। ये सामान्य रोशनी में दूर की नजर को प्रभावित नहीं करती और आसानी से आंखें नज़दीक और दूर की चीज़ों को फोकस कर सकती हैं।