19 नवंबर को दिखाई देगा सदी का सबसे बड़ा आंशिक चंद्रग्रहण, भारत के उत्तरपूर्वी राज्यों में दिखाई देंगा

19 नवंबर को दिखाई देगा सदी का सबसे बड़ा आंशिक चंद्रग्रहण, भारत के उत्तरपूर्वी राज्यों में दिखाई देंगा

तीन घंटे 28 मिनट जितना रहेगा ग्रहण, पिछली बार साल 1440 में हुआ था इतना बड़ा चंद्रग्रहण

खगोल विज्ञान और ज्योतिष में ग्रहणों को लेकर हमेशा से ही काफी उत्सुकता रही है। साल 2021 का आखिरी और दूसरा चंद्रग्रहण 19 नवंबर 2021 को लगने जा रहा है। इस चंद्र ग्रहण को सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण बताया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि चंद्र ग्रहण का ज्योतिष की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। शास्त्रों में ग्रहण को अशुभ माना गया है। लोगों का कहना है कि ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ करा नहीं करना चाहिए। पौराणिक कथाओं के अनुसार ग्रहण के समय अशुभ ग्रह राहु और केतु चंद्रमा पर हावी हो जाते हैं। इस अवस्था में चंद्रमा पर चंद्र ग्रहण होता है। इसे चंद्र ग्रहण कहते हैं।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है तो पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ने लगती है। इस खगोलीय घटना को चंद्र ग्रहण कहा जाता  है। खगोलविदों का मानना ​​है कि 19 नवंबर 2021 को लगने वाला यह चंद्र ग्रहण 580 वर्षों में सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। आइए जानते हैं 19  नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन लगने वाले इस चंद्र ग्रहण के बारे में कुछ खास बातें। 19 नवंबर 2021 को लगने वाला चंद्रग्रहण 580 वर्षों में सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। साल 2021 का यह आखिरी चंद्र ग्रहण भारत के उत्तरपूर्वी हिस्सों में थोड़े समय के लिए ही दिखाई देगा। यह चंद्र ग्रहण केवल अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ हिस्सों में सूर्यास्त के समय दिखाई देगा।
यह आंशिक चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को दोपहर 12.48 बजे से शुरू होकर शाम 4.17 बजे खत्म होगा। इस आंशिक चंद्र ग्रहण की अवधि 03 घंटे 28  मिनट 24 सेकंड की होगी, जो कि 580 वर्षों में सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। 19 नवंबर, 2021 को लगने वाला यह आंशिक चंद्र ग्रहण उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका और प्रशांत महासागर में दिखाई देगा। इसके पहले इतना लंबा आंशिक चंद्रग्रहण 18 फरवरी 1440 को हुआ था और अगला ऐसा आंशिक चंद्र ग्रहण 08 फरवरी 2669 में देखने मिलेगा। 19 नवंबर, 2021 को इस आंशिक चंद्र ग्रहण का पूर्ण प्रभाव दोपहर 2.34 बजे दिखाई देगा, जब चंद्रमा का 97% भाग पृथ्वी की छाया से ढक जाएगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार साल का यह आखिरी आंशिक चंद्र ग्रहण वृष और कृतिका नक्षत्रों में लगेगा। चंद्र ग्रहण के कारण यह भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसकी गर्भ  अवधि मान्य नहीं होगी।

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