मार्क झुकरबर्ग की कंपनी का नाम बदलकर हुआ ‘मेटा’! लेकिन इससे फेसबुक सोशल मीडिया एप में कोई बदलाव नहीं

मार्क झुकरबर्ग की कंपनी का नाम बदलकर हुआ ‘मेटा’! लेकिन इससे फेसबुक सोशल मीडिया एप में कोई बदलाव नहीं

आज शायद ही कोई होगा जिसे सोशल मीडिया और फेसबुक के बारे में नहीं पता हो। दुनिया में सबसे ज्यादा डाउनलोड होने वाले इस नॉन-गेमिंग सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक की पैरेंट कंपनी में कुछ बदलाव हुआ है। जी हां, फेसबुक की कंपनी का नाम बदल गया है। फेसबुक की पैरेंट कंपनी का नाम बदल कर ‘मेटा’ कर दिया गया है। इस फैसले के बाद न केवल कंपनी का चेहरा बदला है, बल्कि चरित्र को बदलने के लिए भी कदम उठाए गए हैं। इस बारे में कंपनी ने कहा कि हमें सिर्फ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म नहीं समझना चाहिए, क्योंकि हम अब वर्चुअल-रियलिटी विजन या मेटावर बनने की ओर बढ़ रहे हैं। कंपनी को पहले "फेसबुक फर्स्ट" कहा जाता था, जिसे अब "मेटावर्स फर्स्ट" कहा जाएगा। 
आपको बता दें कि अमेरिकी शेयर बाजार में फेसबुक के शेयरों को एफबी कहा जाता है। जो कोई भी फेसबुक के शेयर खरीदना या बेचना चाहता है, वह इसके ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर एफबी सर्च करता है। लेकिन अब लोगों को एफबी की जगह एमवीआरएस (MVRS) सर्च करना पड़ रहा है। अब कंपनी Facebook से Meta Platforms Inc. बन चुकी है।  लेकिन एक बात सब को समझनी है कि इससे सोशल मीडिय एप के रूप में फेसबुक का अस्तित्व और नाम कायम रहेगा। यानि फेसबुक सोशल मीडिया एप के नाम में कोई परिवर्तन नहीं होगा। इसी प्रकार फेसबुक की पैरेंट कंपनी इंस्टाग्राम, वॉट्सएप की भी मालिक है। ऐसे में कहा जा सकता है कि नये नामकरण के बाद मेटा कंपनी के पास फेसबुक, इंस्टाग्राम, वॉट्सएप आदि प्लेटफोर्म एक प्रोडक्ट के रूप में रहेंगे।
गौरतलब है कि मेटा ग्रीक शब्द 'बियॉन्ड' से आया है। परे का शाब्दिक अर्थ है 'से' की ओर। कंपनी इंटरनेट पर सोशल मीडिया की 'सीमाओं से परे' के बारे में भी बात कर रही है। मार्क जुकरबर्ग का कहना है कि उनकी कंपनी ऐसी है जो लोगों को जोड़ने के लिए तकनीक बनाती है। परिवर्तन का उद्देश्य फेसबुक को मेटावर्स कंपनी के रूप में पेश करना है।