अहमदाबाद : 15 साल की पीड़ा हुई सिविल अस्पताल में आकर खत्म

अहमदाबाद : 15 साल की पीड़ा हुई सिविल अस्पताल में आकर खत्म

निजी अस्पताल में नहीं कर सकती थी पैसों के कारण इलाज तो चुनी थी सिविल अस्पताल

अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में की सिविल टीम ने एक और अनोखा कार्य किया है। सिविल अस्पताल के डॉक्टर और उनकी टीम ने 15 साल से अपनी मनके की समस्या से परेशान एक महिला की पीड़ा का अंत किया था। अस्पताल के स्पाइन सर्जनों ने तन्वी बेन नामक मरीज की तकलीफ को दूर कर उन्हें नया जीवन प्रदान किया है। इसके चलते तन्वी बहन भी काफी खुश है। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, अहमदाबाद के हाथीजन इलाके में रहने वाली तन्वी बेन को पिछले कई समय से मनके की तकलीफ का सामना करना पड़ रहा था। इसके चलते उन्हें चलने में और सोने में भी काफी दिक्कत हो रही थी। तन्वी बेन पिछले 15 साल से इस तकलीफ से परेशान थी। तन्वी बेन की इस समस्या के लिए उनके पति ने कई निजी अस्पतालों में उनका इलाज करवाया तो कहीं इस बारे में जानकारी नहीं थी तो कहीं सर्जरी के लिए पैसों की काफी आवश्यकता थी। हालांकि उनकी सर्जरी काफी जरूरी थी। ऐसे में उन्होंने सिविल अस्पताल में खुद को भर्ती करवाया। 
अस्पताल में भर्ती होने के बाद उनके कई तरह के परीक्षण किए गए। जांच में सामने आया कि तन्वी बेन को अंकायरलोसिस स्पोंडायलोसिस नाम की बीमारी है। इस बीमारी में व्यक्ति के कमर के आगे का हिस्सा आगे की और जुकने लगता है। इसके बाद अस्पताल के ओर्थोपीडिक विभाग के प्रोफेसर पीयूष और उनकी टीम ने उनका ऑपरेशन करने का निर्णय किया। यह सर्जरी 3 घंटे तक चली थी। 
इस बारे में बात करते हुये तन्वी बेन का कहना है की एक निजी अस्पताल में उन्हें इसका इलाज नहीं मिला। इसके चलते उनके माता-पिता ने उन्हें माँ कार्ड इस्तेमाल कर ऑपरेशन करने की सलाह दी थी। डॉक्टरों की लगातार मेहनत और उनकी लगन के कारण तन्वी बेन की कमर जो की 66 डिग्री तक मुड़ी हुई थी। हालांकि अब ऑपरेशन उसकी कमर 11% ही हिलती है।
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