आज राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस; देश में हर दो सेंकड में किसी न किसी व्यक्ति को ब्लड की जरूरत

आज राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस; देश में हर दो सेंकड में किसी न किसी व्यक्ति को ब्लड की जरूरत

दुनिया में ब्लड की कमी को दूर करने के लिए वैज्ञानिकों द्वारा ब्लड बनाने के प्रयास किए जा रहे है, लेकिन अभी तक इसमें कोई सफलता नहीं मिली है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अंदाज के मुताबिक देश में दो करोड़ यूनिट ब्लड की जरूरत के सामने केवल 80 लाख यूनिट ब्लड मिलता है। देश में हर दो सेंकद में किसी न किसी व्यक्ति को ब्लड की जरूरत होती है। हालांकि, लोग रक्तदान की प्रवृत्ति में शामिल नहीं होने से हर साल हजारों लोग बीमारी या तो अकस्मात के किस्से में ब्लड नहीं मिलने के कारण जान गंवा देते है। रक्तदान की प्रवृत्ति को लेकर लोगों में जागृति आए इस हेतु से हर साल 1 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदाता दिवस मनाया जाता है। सूरत की बात करें तो यहां रक्तदान की प्रवृत्ति को लेकर लोगों में जागरूकता है। सूरत रक्तदान केंद्र में हर साल करीबन 31 हजार यूनिट ब्लड संग्रहित किया जाता है। जिसमें 50 से 50 फीसदी रक्तदाता तीन माह में रक्तदान करने वाले होते है। इस वर्ष भी लोगों का जागरूक करने गीव ब्लड एन्ड कीप द वल्र्ड बीटिंग के सूत्र के साथ राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदाता दिवस मनाया जाएगा।
सूरत रक्तदान केंद्र एन्ड रिसर्च सेंटर के नीतेष महेता ने बताया कि ब्लड की जरूरत नियमित पूरी हो इसलिए युवा और महिलाओं ने हर तीन माह में स्वैच्छिक रक्तदान करना चाहिए। स्कूलों में स्वैच्छिक रक्तदान जागरूकता को लेकर संदेश छात्रों के पाठ्यक्रम में होने चाहिए। जिससे छात्रों को रक्तदान की प्रेरणा मिल सके और अन्य को प्रोत्साहित कर सकें। 2020-21 में अभी तक 265 केम्प के जरिए 19131 यूनिट ब्लड संग्रहित हुआ है।
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