महंगाई ने एक बार फिर बिगाड़ घर का बजट, शक्कर के भाव भी बढ़े

महंगाई ने एक बार फिर बिगाड़ घर का बजट, शक्कर के भाव भी बढ़े

दो रुपये प्रति किलो बढ़ा शक्कर का भाव, शक्कर की कीमत 37.50-38 रुपये से बढ़कर 40 रुपये प्रति किलो

महंगाई के इस दौर में पेट्रोल, डीजल, दूध और खाद्य तेलों के आसमान छूने से लोगों के घर का बजट अस्त-व्यस्त हो गया है। ऐसे में अब शक्कर के दाम बढ़ जाने से लोगों के जीवन की मिठास कडवाहट में बदल गई। शक्कर के दाम दो रुपये प्रति किलो बढ़ जाने से शक्कर की कीमत अब 40 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है। ऐसे में अब लोगों की चाय अब कड़वी हो चली।
गुजरात में श्रावण मास की शुरुआत और त्योहारी सीजन की शुरुआत के साथ ही खाद्य तेल से लेकर कई वस्तुओं की कीमतें आसमान छू गई हैं। ऐसे में चाय के शौकीन लोगों के साथ साथ परिवार वालों के लिए एक बुरी खबर आई है कि शक्कर के दाम 2 रुपये किलो तक बढ़ गए हैं। इससे पहले एक नामी कंपनी के दूध के दाम भी बढ़ गए थे। सरकार द्वारा पिछले महीने शक्कर का कोटा घोषित किए जाने के महज 15 दिनों में क्विंटल 150 रुपये से बढ़ाकर 200 रुपये प्रति 100 किलो कर दिया गया है। शक्कर डी-1 क्विंटल का थोक भाव 3400 रुपये से बढ़कर 3550 रुपये हो गया है। शक्कर सी-1 क्विंटल की कीमत जहां 3550 रुपये थी, वहीं 3750 रुपये हो गई है।
आपको बता दें कि शक्कर की कीमत 37.50-38 रुपये से बढ़कर 40 रुपये प्रति किलो हो गई है। कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे का कारण बताते हुए व्यापार सूत्रों ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले महीने 3 लाख टन शक्कर का कोटा घोषित किया था। पिछले महीने की तुलना में एक लाख टन शक्कर का कोटा कम होने से शक्कर की कीमतें बढ़ रही हैं। दूसरी ओर शक्कर का कोटा कम होने और कोरोना महामारी के बाद होटलों समेत देश भर के उद्योगों में शक्कर की मांग बढ़ गई है, जिससे कीमतों में भी तेजी आई है। आने वाले सातवें-आठवें त्योहारों में शक्कर की मांग बढ़ने की संभावना है और कीमतों में और वृद्धि होने की संभावना है। त्योहारों के मौसम में एक के बाद एक वस्तुओं के दाम बढ़ गए हैं।