लम्बी बीमारी के बाद आज सुबह दुनिया को कहा अलविदा, दिलीप कुमार के निधन से फिल्म जगत समेत देशभर में शोक की लहर
बीते कुछ समय से बॉलीवुड से दुखद ख़बरों का सिलसिला जारी है। बीते वर्ष देश ने कई अनमोल धरोहरों को खो दिया। इस साल भी ये क्रम यथावत है। कुछ दिन पहले अभिनेत्री मंदिरा बेदी के पति और लोकप्रिय डायरेक्टर राज कौशल के निधन ने पुरे फिल्म जगत को स्तब्ध कर दिया तो आज सवेरे एक और दुखद खबर सामने आई है। दरअसल बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और ‘ट्रेजेडी किंग’ के नाम से मशहूर दिलीप कुमार उर्फ़ युसूफ खान ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे 98 वर्षीय दिलीप कुमार का आज सुबह मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया।
आपको बता दें कि पिछले महीने से ही सांस संबंधित समस्या से परेशान दिलीप कुमार को मंगलवार से मुंबई के हिंदुजा अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया था जहाँ आज सुबह लगभग 7 बजे उन्होंने अंतिम साँस लिया। दिलीप साहब के साथ उनकी पत्नी और अभिनेत्री सायरा बानो उनकी आखिरी सांस तक साथ रहीं। दिलीप कुमार के निधन से फिल्म जगत समेत देशभर में शोक की लहर है। आज शाम मुंबई में जुहू क़ब्रिस्तान में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश की दिग्गज हस्तियों ने दिलीप कुमार के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
Dilip Kumar Ji will be remembered as a cinematic legend. He was blessed with unparalleled brilliance, due to which audiences across generations were enthralled. His passing away is a loss to our cultural world. Condolences to his family, friends and innumerable admirers. RIP.
आपको बता दें कि 11 दिसंबर 1922 को पाकिस्तान में जन्मे दिलीप कुमार का असली नाम युसूफ खान था। 1944 में फिल्म ज्वार भाटा से फ़िल्मी दुनिया में कदम रखने के बाद दिलीप कुमार ने लगातार कई फिल्में हिट दी हैं। उनकी फिल्म मुगल-ए-आजम आज भी सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में शुमार है। आठ फिल्मफेयर अर्वाड जीतने वाले दिलीप कुमार का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। दिलीप कुमार को साल 1991 में पद्म भूषण और 2015 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। 1994 तें दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से नवाजा गया। 2000 से 2006 तक वह राज्य सभा के सदस्य भी रहे। 1998 में वह पाकिस्तान के सर्वश्रेष्ठ नागरिक सम्मान निशान-ए-इम्तियाज से भी सम्मानित किए गए।