स्वास्थ्य-तेज : कमर दर्द, साइटिका या स्लिप डिस्क का ऐसे कर सकते हैं घरेलू उपचार

स्वास्थ्य-तेज : कमर दर्द, साइटिका या स्लिप डिस्क का ऐसे कर सकते हैं घरेलू उपचार

कई तरह के प्राकृतिक औषधियों का इस्तेमाल कर किया जा सकता है कमर दर्द का बेजोड़ उपाय

आजकल दस में से सात लोग जोड़ों, मांसपेशियों या पीठ दर्द की शिकायत करते हैं। ज्यादातर गृहिणियां कमर दर्द की शिकायत करती रहती हैं। लोगों का रहन-सहन और काम करने का तरीका ऐसा है की कितना भी कर लेने के बाद भी उनका कमर दर्द दूर नहीं होता। आधुनिक समय में महिलाओं मे भी कमर दर्द के मामले बढ़ते जा रहे हैं। बता दे की कमर में होने वाले इस दर्द को स्लिपडिस्क भी कहते है।
पहले और अब के समय में काम करने के तरीकों में आए बदलाव के कारण अत्यधिक कमर दर्द अब एक आम समस्या है। ना केवल बुजुर्गों को पर युवावर्ग ही इस स्लिपडिस्क की समस्या से काफी परेशान है। किसी भी तरहा की दवा या सर्जरी इस दवा का निवारण नही कर पाती। तो आइए आज जानते हैं कि अगर यदि आपको भी इस तरह की समस्या से गुजरना पड रहा है तो क्या करना चाहिए।
सबसे पहले तो यह जान ले की यह दर्द उस व्यक्ति में अधिक होता है जिसे एक साथ अधिक समय के लिए बैठ कर काम करना होता है। जब कमर के कशेरुकाओं के बीच का गद्दा घायल हो जाता है या दबाया जाता है, तो एक उसकी जगह से एक छोटा सा हिस्सा बाहर निकलता है। जो कि इससे गुजरने वाली तंत्रिका पर दबाव भी डाल सकता है। शुरू में घायल इलाके के आसपास दर्द होता है, जो खांसने या छींकने से तेज हो जाता है। आमतौर पर L-2 और L-2 या L-2 और S-1 कशेरुकाओं के बीच के गद्दों पर अक्सर ऐसी समस्याएं पैदा होती है।
प्रतिकात्मक तस्वीर
इसके लिए आप निर्गुंडी, महानारायण या अश्वगंधा और बाला तेल की मालिश कर के उसका सेक भी कर सकते है। सेक करने के लिए नागोड और अरंडी के पत्ते की पैकेजिंग का उपयोग करना अधिक फायदेमंद होगा। अरंडी के पत्ते, नागोड और अरंडी के पत्तों को उबालकर पानी से नहाने से लाभ होगा। इसके अलावा यदि आर्थिक तौर पर संभव हो तो महारसनदी काढ़ा और दशमूल काढ़ा भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा दर्द में लहसुन, अदरक और नागोड के पत्तों का काढ़ा बनाकर भी पिया जा सकता है।
चॉपचीनी और अश्वगंधा दोनों को एक समान लेकर पांच ग्राम चूर्ण को दूध के साथ लगातार एक महीने तक सुबह-शाम सेवन करने से कमर दर्द में आराम मिलता है। कमर दर्द होने पर दशमूल का काढ़ा सुबह-शाम पानी में मिलाकर भी पी सकते है। इसके अलावा लहसुन पीठ दर्द का इलाज करने में काफी सहायता कर सकता है। लहसुन की दो से तीन कलियां रोज सुबह खाली पेट खाएं या फिर लहसुन के तेल से पीठ की मालिश करवाएँ। अदरक का थोड़ा सा पेस्ट भी प्रभावित जगह पर लगाने से भी काफी फायदा हो सकता है।
अजमा भी कमर दर्द की एक कारगर दवा मानी जाती है। आधा चम्मच अजमा हथेली में भून कर ठंडा होने के बाद इसे मुखवास की तरह खा लेने से भी कमर के दर्द में आराम मिल सकता है, इसके अलावा इस खाने के बाद एक गिलास पानी पीना चाहिए। सिर्फ एक हफ्ते तक इस नुस्खे का इस्तेमाल करने से कमर दर्द से छुटकारा मिल जाएगा। इसके अलावा यदि आप आप कमर दर्द से परेशान हैं तो आपको सुबह-शाम उबला हुआ पानी ही पीना चाहिए। उबालने के लिए सबसे पहले जायफल को पानी में भिगो दें, फिर उसे मसल कर तिल के तेल में मिला दें, फिर धीरे-धीरे गर्म करें। फिर ठंडा होने के बाद जिस जगह पर पीठ में दर्द हो उस जगह पर मसाज करने से दर्द से राहत मिलेगी।