कई लोग घर-ऑफिस पर कछुए की प्रतिकृति रखते हैं, जानें क्या हैं मान्यताएं

कई लोग घर-ऑफिस पर कछुए की प्रतिकृति रखते हैं, जानें क्या हैं मान्यताएं

ध्यान रहे सही दिशा में ही रखने से मिलेगा सही लाभ

हिंदू धर्म के अनुसार कछुआ को घर में रखना बहुत शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कछुआ भी भगवान विष्णु का ही एक रूप माना जाता है। समुद्र मंथन के समय भगवान विष्णु ने कछुए का रूप धारण कर मंदराचल पर्वत को अपनी ढाल पर धारण किया था। कहा जाता है कि जहां कछुआ होता है वहां लक्ष्मी का आगमन होता है। फेंगशुई में भी कछुआ रखना बहुत शुभ माना जाता है। फेंगशुई में कछुआ को रक्षक माना जाता है क्योंकि यह चार दिव्य प्राणियों में से एक है। इस घर में रखने से घर और ऑफिस में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है।
आइए पहले जानते हैं इसके फायदे और फिर क्यों इसे गलत दिशा में रखने से अच्छे कर्मों के बजाय अशुभ परिणाम मिलते है। कछुआ उम्र लम्बी करने के साथ जीवन में प्रगति और सफलता लाता है। ऐसा माना जाता है कि कछुआ रखने से धन की प्राप्ति होती है, जिन लोगों को आर्थिक समस्या है उन्हें कछुआ रखने से लाभ होगा। आर्थिक समस्या वाले लोगों को क्रिस्टल कछुआ लाना चाहिए। घर में कछुआ रखने से परिवार के सदस्यों की उम्र लंबी होती है और बीमारियां भी दूर रहती हैं। ऐसा कहा जाता है कि कछुओं के घर में होने से नौकरी और परीक्षा में सफलता मिलती है। घर में कछुआ आपको और आपके परिवार को बुरी नजर से बचाता हैऔर परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
(Photo Credit : gujjurocks.in)
आपको बता दें कि फेंगशुई के अनुसार भी घर में कछुआ रखना शुभ होता है, यही वजह है कि कई घरों में कई तरह के कछुए रखने की परंपरा होती है और लोग अच्छे भाग्य के लिए कछुए की डिजाइन वाली अंगूठी भी पहनते हैं। साथ ही नया व्यवसाय शुरू करते समय अपनी दुकान या कार्यालय में चांदी का कछुआ रखना बहुत शुभ माना जाता है।
चीजों को सही दिशा में ही रखने से खास फायदा होता है। उदाहरण के लिए, यदि आप फेंग शुई कछुए को गलत दिशा में रखते हैं, तो यह अच्छे से ज्यादा नुकसान करेगा। इसी लिए ऐसी मान्यता हैं कि काला कछुआ उत्तर में, हरा ड्रैगन पूर्व में, लाल फीनिक्स दक्षिण में और सफेद पश्चिम में रखना चाहिए। कछुआ को घर के मुख्य द्वार पर पश्चिम दिशा की ओर मुख करके रखने से सुरक्षा मिलती है।
आपको बता दें कि घर में 'सौभाग्य' के लिए कछुआ रखा जाता है। जिन दंपत्तियों के घर में संतान नहीं है या जो संतान सुख से वंचित हैं उन्हें एक विशेष प्रकार की मादा कछुआ, जिसकी पीठ पर उसके शावक होते हैं अपने घर में रखना चाहिए।
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काले रंग के अलावा भी कई तरह के कछुए बनाए जाते हैं, जिनमें से सभी का अलग-अलग प्रभाव होता है। विभिन्न तत्वों से बने कछुए अलग-अलग तरीकों से ऊर्जा के स्तर को प्रभावित करते हैं। इस कछुए को आप अपनी जरूरत के हिसाब से चुन सकते हैं। क्रिस्टल कछुओं को दक्षिण-पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में रखें। लकड़ी के कछुए को पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें। यदि कछुआ मिट्टी का बना हो तो उसे उत्तर-पूर्व, मध्य या दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। धातु के कछुओं को उत्तर और उत्तर-पश्चिम दिशाओं में रखा जा सकता है। हालांकि मिश्र धातु के कछुओं को उत्तर दिशा की ओर मुंह करके रखना चाहिए। साथ ही कछुओं को हमेशा पानी में रखना चाहिए। घर में सुख, शांति और समृद्धि लाने के लिए धातु के बर्तन में पानी भरकर उसमें कछुआ रखना चाहिए।
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