इजराइल : पुरास्थल की खुदाई के समय मिला 'खूनी चेतावनी’ के साथ ‘शापित मकबरा’

इजराइल : पुरास्थल की खुदाई के समय मिला 'खूनी चेतावनी’ के साथ  ‘शापित मकबरा’

इजराइल में बेइत शे अरीम इलाके में स्थित एक कब्रिस्तालन में मिला मकबरा मकबरे के 1800 साल पुराना होने का अनुमान

आपने हॉलीवुड या बॉलीवुड की फिल्मों में अक्स र मकबरे और उससे जुड़े भूतिया किस्सों और उस पर लिखी चेतावनी के बारे में देखा होगा। वैसे तो ये सब फिल्मों में ही अच्छी लगती है और हम ऐसा मानते है कि ये सब हकीकत में नहीं हो सकता पर ऐसा ही एक चेतावनी वाला मामला अब इजरायल में देखा गया। दरअसल इजराइल में बेइत शे अरीम इलाके में स्थित एक कब्रिस्तातन में पुरातत्वअविदों को एक प्राचीन 'शापित' मकबरा मिला जिस पर खून की तरह से लाल अक्षरों में इसे कभी नहीं खोलने की चेतावनी दी गई है। यूनेस्कोत के इस विश्व् विरासत स्थोल पर पिछले 65 साल में यह पहला मकबरा मिला है।
आपको बता दें कि पिछले एक साल इस पुरास्थसल पर खुदाई का काम जारी है। इसके बाद भी बीते एक साल में पुरातत्व‍विदों के लिए यह पहली बड़ी खोज है। इस यह मकबरे के 1800 साल पुराना होने का अनुमान है। इस मकबरे पर बड़े-बड़े लाल अक्षरों में इसे खोलने वालों के लिए गंभीर चेतावनी लिखी गई है। विशेषज्ञों ने इन शब्दोंस का अनुवाद किया है और पता लगाया है कि इस चेतावनी में लिखा है, 'याकोव हगेर प्रण लेते हैं कि जो कोई भी इस कब्र को खोलेगा, वह उसे शाप दे देंगे। इसलिए कोई भी इस कब्र को नहीं खोले। 60 साल पुरानी।'
इस घटना के सामने आन एके बाद ऐसा माना जा रहा है कि कब्र चुराने वाले चोरों और इन जगहों को बिगाड़ने की कोशिश करने वालों से इस कब्र को बचाने के लिए ये चेतावनी लिखी गई है। शोधकर्ताओं ने कहा कि यह संभवत: अन्यड़ लोगों को मकबरे के दोबारा इस्ते माल से रोकने के लिए लिखा गया है। जानकारी के अनुसार तो यह लिखावट रोमन काल के बाद के दिनों या बयजंटाइन काल के शुरुआती दिनों की है। जब ईसाई धर्म मजबूत हुआ था। साथ ही साईट पर कुछ सबूत हैं जो पुरे मामले को यहूदी लोगों के जुड़ता है।' उन्होंतने बताया कि हम इस लिखावट का ध्यासन रखेंगे और गुफा को बंद कर देंगे ताकि इसे कुछ समय के लिए सुरक्षित रखा जा सके। अभी फिलहाल किसी खुदाई की कोई योजना नहीं है।
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