How many homes in India have mothers not getting sick leave?
— Chinmayi Sripaada (@Chinmayi) May 21, 2021
Not sure if this lady is actually cooking with an oxygen cylinder near the gas stove (!) but even if it is fictional
Can this unconditional love trope that forces women to not take rest stop already? pic.twitter.com/jZLMVvKdV9
ऑक्सीजन लगाए रोटियां सेकती महिला की वायरल तस्वीर जानें क्या हैं प्रतिक्रियाएं
By Loktej
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लोगों ने बताया अत्याचार, परिवार को जमकर कोसा, कुछ लोगों ने बताया तस्वीर को फर्जी
साउथ इंडियन फिल्मों में से एक और जबरजस्त हिट फिल्म केजीएफ़ चैप्टर एक में एक संवाद हैं जहाँ फिल्म का नायक एक नन्हे बच्चे को गोद में लिए सड़क पर गिरे अपने पाव (ब्रेड) को उठाने के लिए जिझकने वाली एक महिला को कहता हैं कि “दुनिया से माँ से बड़ा कोई योद्धा नहीं होता!” शायद ये हकीकत भी हैं क्योंकि किसी भी बच्चे के लिए उसकी माँ सब कुछ होती हैं और माँ बच्चे की भलाई के लिए कुछ भी करने को तैयार रहती हैं। अपने बच्चों के लिए मां का प्यार निस्वार्थ और असीमित होता है।
हम सब जानते हैं कि बीमारी की हालत में भी माँ बिना रुके पुरे घर का काम करती हैं और अपने बच्चों के लिए खाना तैयार करती हैं। हाल ही के दिनों में एक ऐसा पोस्ट बहुत वायरल हो रहा हैं जिसमे एक महिला को बीमारी के हालत में अपने बच्चों के लिए खाना बनाते हुए देखा जा सकता हैं। इंटरनेट पर छाये इस फोटो से एक ओर माँ के असीम प्रेम की झलक दिखाई दे रही हैं तो दूसरी ओर लोग इसे माँ पर अत्याचार बताते हुए भड़क गए। लोगों में महिला की इतनी खराब सेहत के बावजूद खाना बनाने को लेकर भारी नाराजगी दिखाई दी।
आपको बता दें कि तेजी से वायरल हो रहे इस फोटो में एक महिला ऑक्सीजन सपोर्ट पर दिखाई दे रही हैं। हालांकि इसके बाद भी आराम करने के बावजूद वो रोटियां बनाते हुए दिखाई दे रही। इसके फोटो को पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा गया कि मां का निस्वार्थ प्यार। मां की कभी छुट्टी नहीं होती है।
माँ के सामर्थ और प्रेम को दिखाने के लिए पोस्ट किये गये इस फोटो को देख लोग भड़क गये। मशहूर गायिका चिन्मयी श्रीपदा ने भी फोटो पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे शेयर करते हुए लिखा, ‘क्या महिलाओं को आराम न करने के लिए मजबूर करने वाला यह निस्वार्थ प्यार का सिलसिला रुक सकता है।’ वहीं तमिल फिल्मकार मोहम्मद अली ने कहा, ‘यह प्यार नहीं है। यह सामाजिक ढांचे के नाम पर गुलामी है।’
हालांकि, ये अभी तक सत्यापित नहीं हो पाया हैं कि वायरल हो रही तस्वीर असली हैं या ये महज एक काल्पनिक चित्र हैं लेकिन कुछ लोगों ने इस फोटो को नकली और घटिया करार दिया। अधिकतर लोग इसे अत्याचार कहते हुए महिला के परिवार को जी भर कोस रहे हैं। जो भी कारण हो पर वर्तमान समय में ये तस्वीर बहुत चर्चा में हैं।