ये बंदा 17 सालों से ड्राइविंग टेस्ट में पास ही नहीं हो रहा!

औसतन दूसरी या तीसरी बार मे पास हो जाते है लोग, 192 बार टेस्ट देने के बावजूद नहीं हुआ है पास

आज के समय में किसी भी इंसान का गाड़ी चलाना बहुत ही आम और बेहद जरूरी बात हो चुकी है। आजकल हर शख्स गाड़ी या बाइक चलाता ही है। ऐसे में गाड़ी चलाने के लिए बाकायदा आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस का होना अनिवार्य है। हालांकि बहुत से लोग बिना ड्राइविंग लाइसेंस के ही गाड़ी चलाते है जबकि बहुत से लोग ऐसे भी है जो बहुत कोशिश करते है पर उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में सफलता नहीं मिलती। 
1 लाख से अधिक दे चुके है फीस
एक ऐसा ही अनोखा मामला पोलैंड में देखा गया। जहां एक 50 साल का शख्स पिछले 17 सालों से ड्राइविंग का थ्योरी टेस्ट पास करने की कोशिश कर रहा है। ये शख्स पिछले 17 सालों में 192 बार ये टेस्ट दे चुका है लेकिन हर बार उसका प्रयास नाकाफी साबित हो रहा है। हालांकि इतनी बार परीक्षा देना और उसमें नाकामयाब होना दोनों अपने आप में देश के लिए एक रिकॉर्ड है। बड़ी बात ये है कि पिछले दो दशकों से प्रयास कर रहे ये शख्स अब तक 1 लाख से अधिक फीस का भुगतान भी कर चुका है।
आपको बता दें कि नियम के अनुसार पोलैंड में ड्राइवर लाइसेंस बनवाने के लिए किसी भी व्यक्ति को पहले एक थ्योरी परीक्षा को पास करना होता है और उसके बाद उसे एक प्रैक्टिकल पेपर भी पास करना होता है। इस परीक्षा की सबसे खास बात ये है कि कोई भी एडल्ट कितनी भी बार इस परीक्षा को दे सकता है। इस परीक्षा का पास रेट थ्योरी रेट के लिए अक्सर 50 से 60 प्रतिशत होता है, वही प्रैक्टिकल के लिए ये संख्या 40 प्रतिशत है
औसतन दूसरी या तीसरी कोशिश में पास हो जाते हैं लोग
आपको बता दें कि पोलैंड में अक्सर लोग दूसरे या तीसरे प्रयास में इस परीक्षा को पास कर लेते हैं। एक रिपोर्ट की माने तो इससे पहले इस शहर में एक शख्स ने ड्राइविंग टेस्ट को पास करने के लिए 40 बार कोशिश की थी। इसके अलावा पोलैंड के शहर ओपोल में भी एक शख्स ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करने के लिए 113 बार कोशिश कर चुका है।
इस केस के सामने आने के बाद प्रशासन इस बात पर विचार कर रहा है कि क्या किसी व्यक्ति को ड्राइविंग टेस्ट पास करने के लिए असीमित मौके दिए जाने चाहिए? 
स्टेनीस्लॉ नाम के ड्राइविंग इंस्ट्रक्टर ने कहा कि मुझे लगता है कि पोलैंड में 20 या 30 बार से अधिक मौके नहीं दिए जाने चाहिए। मेरे हिसाब से किसी भी इंसान के लिए इतने मौके काफी होते हैं, ये साबित करने के लिए कि वो ड्राइविंग को लेकर गंभीर है या नहीं। अगर कोई शख्स ड्राइविंग के नियमों को लेकर ध्यान नहीं देता है और ड्राइविंग परीक्षा पास नहीं कर पाता है तो उसे सड़कों पर नहीं होना चाहिए। क्योंकि वो दूसरे लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
इससे पहले ब्रिटिश मीडिया ने ऐसा रिपोर्ट किया था कि 42 साल के एक शख्स ने 158 बार कोशिश करने के बाद आखिरकार ड्राइविंग से जुड़ा अपना थ्योरी टेस्ट पास कर लिया था। हालांकि पोलैंड के इस शख्स को अब भी दक्षिण कोरिया की एक महिला कड़ी चुनौती दे सकती है। साल 2009 में ये महिला तब सुर्खियों में आई थी, जब उसने ड्राइविंग टेस्ट को पास करने के लिए हैरतअंगेज तौर पर 950 बार प्रयास किए थे। लेकिन इसके बाद भी वो पास नहीं हो पाई थी।
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