बचाने खुदा खुद नहीं आता, जिसे भेजता है वो खुदा ही होता है! देखें ये वीडियो

बचाने खुदा खुद नहीं आता, जिसे भेजता है वो खुदा ही होता है! देखें ये वीडियो

कहते हैं ‘जाको राखे साइंया मार सके ना कोय’! जी हां, सोशल मीडिया पर एक वीडियो आजकल वायरल हो रहा है। वीडियो में एक दो वर्षीय बच्ची 12 मंजिला इमारत से गिरती हुई नजर आती है। उस बच्ची का क्या हुआ होगा, आगे पढ़िये।

कहते हैं ‘जाको राखे साइंया मार सके ना कोय’! जी हां, सोशल मीडिया पर एक वीडियो आजकल वायरल हो रहा है। वीडियो में एक दो वर्षीय बच्ची 12 मंजिला इमारत से गिरती हुई नजर आती है। उस बच्ची का क्या हुआ होगा, आगे पढ़िये।
ऊंचाई से गिरी बच्ची, लेकिन समय पर पहुंचा मसीहा
जी हां, बच्चे मासूम होते हैं उन्हें जोखिमों का अदेशा नहीं होता। मां-बाप भी अपने बच्चों को आंखों से ओझल नहीं होने देते लेकिन कहते हैं न कि नजर हटी, दुर्घटना घटी। वियेतनाम के एक शहर में भी ऐसा ही हुआ। रौंगटे खड़े कर देने वाला घटना का वीडियो सामने आया है। एक बच्ची 12वीं मंजिल से गिरी लेकिन बच गई। इस बच्ची को बचाने वाला था नगुयेन नागोस नामक युवक। 

इतनी उंचाई से गिरी बच्ची के बचने की कोई संभावना थी ही नहीं। लेकिन 32 वर्षीय नागोस डिलीवरी बॉय का काम करते हैं और वे घटना के समय ही अपनी कारा में सामान की डिलीवरी के लिये निकले हुए थे और उसी इमारत के पास से गुजर रहे थे। तभी उन्होंने बच्ची के रोने और कुछ लोगों के चिल्लाने का आवाज सुनी। 
डिलीवरी बॉय का काम करता है नागोस
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नागोस ने देखा तो इमारत की ऊपरी मंजिल के गलियारे के पास एक बच्ची लटक रही थी। पलभर भी गंवाये बगैर नागोस कार से निकले और इमारत के पास एक छोटे से छज्जे नूमा जगह पर ठीक वहीं चढ़ गये जहां से बच्ची को लपका जा सकता था। बच्ची का हाथ छूटा और वो ऊंचाई से गिरी और नागोस ने बच्ची को अपने हाथों में कैच कर लिया। नागोस ने पूरा प्रयत्न किया कि वह जमीन से ना टकराये। 
नागोस की हो रहा तारीफ
नागोस के अनुसार बच्ची उसकी गोद में आकर गिरी और उन्होंने उसे पकड़ कर गले लगा लिया। बच्ची को स्थानीय नेशनल चिल्ड्रन अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने बताया कि इतनी उंचाई से गिरने के कारण उसकी कमर में चोट है लेकिन खतरे की बात नहीं। नागोस इस पूरे घटनाक्रम से खुश हैं। नागोस की खूब प्रशंसा हो रही है और उसे सुपर हीरो का दर्जा दिया जा रहा है। लेकिन नागोस एन वक्त पर जहां पहुंचना था, वहां पहुंचा और बच्ची को बचा लिया, ये संयोग मात्र है!? कमेन्ट अवश्य करें।