क्रिप्टोकरंसी के कारोबार में TDS लागू होने से घट गये सौदे

क्रिप्टोकरंसी के कारोबार में TDS लागू होने से घट गये सौदे

इस साल फरवरी महीने में अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि क्रिप्टोकरेंसीज में निवेश करने वाले मुनाफे पर 30 फीसदी का टैक्स वसूला जाएगा

भारत में क्रिप्टो पर निवेश करने वालों पर ग्लोबल बाजार में लगातार गिर रहे क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों का असर देखा जा सकता है। बीते कुछ दिनों में देश में क्रिप्टों में कारोबार करने वालों की संख्या में बड़ी गिरावट देख गई है। क्रिप्टोकरेंसी के कारोबार से जुड़े देश के तीन बड़े एक्सचेंज ZebPay, WazirX और CoinDCX ने क्रिप्टोकरेंसी में लेनदेन में आई गिरावट की पुष्टि की है। क्रिप्टो के कारोबार में गिरावट का सबसे बड़ा कारण देश में 1 जुलाई से लागू होने वाले टैक्स के नए नियम हैं। 
आपको बता दें कि बीते एक जुलाई से क्रिप्टोकरेंसी के लिए किए जाने वाले लेनदेन पर सरकार की ओर से एक प्रतिशत TDS लगाने का प्रावधान कर दिया गया है। इसके बाद से घरेलू क्रिप्टोनिवेशकों की दिलचस्पी इसमें घटने लगी है। जुलाई महीने में क्रिप्टो के डेली वॉल्यूम में 60 से 87 फीसदी तक की कमी देखने को मिली है। अन्य एक्सचेंज CoinGecko और Giottus ने भी ट्रेडिंग वॉल्यूम में बड़ी गिरावट की बात कही है। आपको बता दें कि इस साल फरवरी महीने में अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि क्रिप्टोकरेंसीज में निवेश करने वाले मुनाफे पर 30 फीसदी का टैक्स वसूला जाएगा, जबकि क्रिप्टोकरेंसी के लिए किए गए हर लेनदेन पर 1 प्रतिशत TDS भी देय होगा। इन टैक्सों की घोषणा करते हुए सभी तरह के NFT में निवेश को शेयर बाजार और बॉन्ड्स में निवेश से अलग माना गया था।
जानकारी के मुताबिक ग्लोबल बाजारों में एनएफटी के भाव लगातार टूटने के कारण अलग-अलग डिजिटल करेंसीज की ट्रेडिंग वॉल्यूम में पहले से ही दबाव देखने को मिल रहा था। अब क्रिप्टो के लेनदेन पर TDS लगने के कानून के बाद निवेशक यह मानकर चल रहे हैं कि इससे उनका प्रॉफिट अब घटता ही जाएगा। पिछले साल नवंबर में बिटकॉइन और दूसरे क्रिप्टो करेंसीज की कीमतों में रिकॉर्ड उछाल के बाद से इसकी कीमतें लगातार गिर रही हैं। मंगलवार 5 जुलाई को भी क्रिप्टोकरेंसीज की कीमतों में मिला-जुला रुख देखने को मिल रहा है। इस दौरान, बिटकॉइन की कीमत में 4.78 प्रतिशत तक की उछाल देखने को मिली है। बिटकॉइन मंगलवार को सुबह साढ़े दस बजे 16,45,000 रुपये पर कारोबार कर रहा है। वहीं इथेरियम भी 7.61 फीसदी की तेजी के साथ 93,737 रुपये पर ट्रेड कर रहा है।  वर्तमान में 30 जून की तुलना में 80 से 82 प्रतिशत तक कम देखी जा रही है। एक विश्लेषक ने टीडीएस के कारण व्यापार की मात्रा पर प्रभाव की संभावना व्यक्त की। व्यापारियों को डर है कि टीडीएस के कारण उनकी पूंजी रुक जाएगी।
दूसरी ओर, वैश्विक क्रिप्टोक्यूरेंसी बाजार में बढ़ती वित्तीय चुनौतियां एक्सचेंजों को संचालित करना मुश्किल बना रही हैं। काम के तनाव के कारण कर्मचारियों की छंटनी भी की जा रही है। हालांकि, इन घटनाक्रमों के बीच, सप्ताह की शुरुआत में अधिकांश क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में वृद्धि देखी गई। टेरायूएसडी 12 जून, 2022 गिर गया है, और वाल्ड के एक बयान के अनुसार, इसके एक्सचेंजों ने क्रिप्टो बाजार में मंदी के दौरान 19.77 मिलियन की निकासी देखी है, जिसमें सेल्सियस नेटवर्क ने निकासी को रोक दिया है। एक्सचेंज ने यह भी कहा कि बाजार की अस्थिरता के अलावा अन्य कारकों के कारण उसे वित्तीय चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। क्रिप्टो लेंडिंग प्लेटफॉर्म सेल्सियस ने कहा कि उसने अपने कर्मचारियों के 25 प्रतिशत या 150 कर्मचारियों को निकाल दिया है।