कमजोर आर्थिक हालातों के बीच भी इस विदेशी दिग्गज निवेशक को है भारतीय शेयर बाजार पर भरोसा

कमजोर आर्थिक हालातों के बीच भी इस विदेशी दिग्गज निवेशक को है भारतीय शेयर बाजार पर भरोसा

भारत सहित दुनिया भर के शेयर बाजारों में फिलहाल अस्थिरता का माहौल नजर पड़ रहा है। ऐसे विषम हालातों में भी विदेशी दिग्गज निवेशक और फर्म जैफ्रीज के अगुआ क्रिस्टोफर वुड्स का मानना है कि एशिया में ही नहीं अपितु समग्र दुनिया में भारतीय शेयर बाजार सबसे श्रेष्ठ है। उनके अनुसार भारत में विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली के बीच भी स्थानीय बाजार ने अपनी मजबूती कायम रखी हुई है, जो एक अद्भुत बात है।
एक साक्षात्कार के दौरान क्रिस्टोफर वुड्स ने कहा है कि भले ही किन्ही परिस्थितियों में भारतीय शेयर बाजार का बेंच मार्क nifty50 सूचकांक वर्तमान स्तर से टूटकर 14000 के स्तर पर पहुंच जाए, तो भी वे अपने मॉडल पोर्टफोलियो में भारत पर वेटेज बढ़ाएंगे। इसका कारण वे स्थानीय रियलिटी मार्केट में आई हुई तेजी और विशाल लोकल कंजूमर मार्केट को बताते हैं।
प्रतिकात्मक तस्वीर (File Photo : IANS)
जानकारों का मानना है कि एशिया-पेसिफिक क्षेत्र में निवेश के लिए बनाए गए क्रिस्टोफर वुड्स के मॉडल पोर्टफोलियो में भारत का वेटेज 14% के सर्वोच्च स्तर पर है। यह इस बात का संकेत है कि भारतीय बाजार में फिलहाल कोई बड़ी अफरातफरी की आशंका नहीं है। उनका कहना है कि हमारे लिए वर्तमान साल एक कंसोलिडेटेड वर्ष रहेगा जिसमें मार्केट में करेक्शन के दौरान आप अपने पोर्टफोलियो में अपने मनपसंद शेयर जोड़ते हैं।
पिछले दिनों भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अचानक ब्याज दर में की गई वृद्धि को सही ठहराते हुए क्रिस्टोफर का कहना है कि यदि उचित समय पर कदम उठाए गए होते तो रुपए के मूल्य में अधिक गिरावट नहीं आती। रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में दो से ढाई प्रतिशत की वृद्धि महंगाई को अंकुश में रखने के लिए पर्याप्त रहेगी। जबकि स्थानीय फंड हाउस 3% ब्याज दर बढ़ने की आशंका प्रदर्शित कर रहे हैं। रियलिटी स्टॉक के उपरांत एनर्जी सेक्टर पर भी वे बुलिश हैं क्योंकि क्रूड ऑयल की कीमत $150 प्रति बैरल के स्तर को पार कर जाएगी, ऐसा अनुमान किया जा रहा है। वर्तमान में न्यू एज आईटी और टेक्नोलॉजी स्टॉक बड़े करेक्शन के बाद अब आकर्षक नजर आ रहे हैं।