जानें 10 हजार करोड़ की PLI योजना का लाभ लेने से क्यों कतरा रहे हैं सूरत के कपड़ा उद्यमी

जानें 10 हजार करोड़ की PLI योजना का लाभ लेने से क्यों कतरा रहे हैं सूरत के कपड़ा उद्यमी

सरकार दो बार बढ़ा चुकी है पंजीकरण की तिथि, सरकार ने केंद्र सरकार ने 1 जनवरी 2022 से 31 जनवरी 2022 तक 31 दिनों के लिए पंजीकरण विंडो खोली, पहले 14 फरवरी 2022 और अब 28 फरवरी तक बढ़ी तारीख

केंद्र सरकार द्वारा टेक्सटाइल इंडस्ट्री में बड़ी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए पिछले साल सितंबर में 10,683 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की थी। इसी के तहत सरकार ने व्यापारियों को पीएलआई में ऑनलाइन पंजीकरण के लिए आमंत्रित किया था। इसके लिए केंद्र सरकार ने 1 जनवरी 2022 से 31 जनवरी 2022 तक 31 दिनों के लिए पंजीकरण विंडो खोली गई थी। हालांकि व्यापारियों के कम सक्रियता को देखते हुए पंजीकरण की तारीख को बढ़ाकर 14 फरवरी 2022 और अब 28 फरवरी कर दिया गया है।
आपको बता दें कि वर्तमान हालातों को देखते हुए आशंका है कि आने वाले दिनों में रजिस्ट्रेशन की तारीख को और बढ़ाया जा सकता है। वैसे तो यह योजना बड़ी इकाइयों की स्थापना के लिए सबसे अच्छी है इसके बाद भी सूरत के कपड़ा उद्योग से जुड़े उद्योगपति पंजीकरण करने से कतरा रहे हैं।
बता दें कि बीते साल सितंबर में सरकार की ओर से 10,683 करोड़ रुपये के पैकेज के साथ वस्त्र योजना की घोषणा की गई थी। जिसमें से एमएमएफ मैन मेड फैब्रिक के लिए 8000 करोड़ रुपये का पैकेज आवंटित किया गया है जबकि तकनीकी वस्त्रों के लिए 4000 करोड़ रुपये का पैकेज आवंटित किया गया है। इन सबके बाद भी सूरत के बुनाई-बुनाई क्षेत्र के उद्योगपतियों ने अभी तक इस योजना के लाभ के लिए पंजीकरण नहीं कराया है। इसका कारण यह है कि अधिकांश इकाइयाँ 30-50 करोड़ रुपये के वित्त पोषण से स्थापित की जा रही हैं। साथ ही इस योजना का लाभ लेने के लिए 100 रुपये और 300 करोड़ रुपये की दो योजनाओं की घोषणा की गई है। जो अपेक्षाकृत अधिक है जिसके कारण सूरत के उद्योगपतियों की राय है कि वे पंजीकरण नहीं करा रहे हैं।
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