क्रिप्टो करंसी ने बदला इन तीन युवकों का नसीब, जानें कहानी

क्रिप्टो करंसी ने बदला इन तीन युवकों का नसीब, जानें कहानी

नौकरी करते-करते आया क्रिप्टोकरन्सी बनाने के विचार, दुनिया की 20 सर्वश्रेष्ठ कंपनी में बनाया स्थान

कहते हैं कि भगवान जब देते हैं तो छप्पर फाड़ के देते हैं। इसी तरह की कहानी हम आपको बताएंगे जिसमें कि क्रिप्टोकरंसी के चलते भारत के तीन लोगों ने किस तरह से पैसे कमाए और अरबोपति बन गए। आजकल क्रिप्टोकरंसी लोगों की जुबान पर है। कई बार सरकार की धमकी को लेकर तो कई बार एलन मस्क की ट्वीट के कारण क्रिप्टो करन्सी की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव देखने मिल रहा है, जिसे लेकर क्रिप्टोकरन्सी हमेशा चर्चा में रहती है।
ऐसे में तीन भारतीय युवकों ने एक नई क्रिप्टोकरन्सी पॉलिगोन लॉंच की थी। जो अब भारत में ही नहीं पर विदेशों में भी काफी लोकप्रिय हो रही है। इस कंपनी की बात करे तो पॉलिगोन क्रिप्टो करेंसी पिछले सप्ताह मार्केट केप के नजरिए से 10 अरब डॉलर पार कर लिया था। हाल में इसका मार्केट केपिटलाइजेशन 13 अरब डॉलर पार कर गया है। साथ ही पॉलिगोन ने दुनिया की सर्वश्रेष्ठ 20 क्रिप्टो करन्सी में भी स्थान बना लिया है। जयंती कानानी, संदीप नेलवाल और अनुराग अर्जुन जो की शुरुआत में सामान्य नौकरी करते थे, आज वह अरबोंपति बन गए हैं। तीनों ब्लॉकचेन प्लेटफार्म के कंपनी के सह संचालक हैं। पॉलिगोन पहले मैटिक के नाम से प्रचलित था। मैटिक की स्थापना 2017 में की गई थी, जो की एथेरियम ब्लॉकचेन पर आधारित है। ब्लोकचेन के मदद से डिसेन्ट्रिलाइज एप्लीकेशन तैयार किए गए थे। दूनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी इथेरियम पर तगड़ी फीस और लेनदेन की समस्या सुलझाने के लिए सॉल्यूशन दिए गए थे। इसके ब्लॉकचेन के गेमिंग प्लेयर्स, नॉन फंजिबल टोकन और डिसेंट्रलाइज फाइनेंस में किया जा रहा है। इस साल मार्च में नास्डेक पर लिस्टेड कोइन बेज आधारित यूजर्स को पोलिगोन कॉइन में ट्रेडिंग की मंजूरी भी दी गई है।
पोलिगोन का निर्माण करने वाले तीनों संस्थापक पहले नौकरी करते थे। संदीप कहते है की वह दिल्ली के निवासी हैं, जबकि उनके दो दोस्त अहमदाबाद और मुमम्बई से है। कंपनी का हेड ऑफिस बेंगलुरू में है। उन्होंने इंजिनियरिंग और कंप्यूटर साइंस की पढाई किए हैं। इसके बाद उन्होंने 2 साल सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी की, बाद में एमबीए करके आईटी में स्पेशलाइजेशन किया। उन्हों ने एक ई-कॉमर्स कंपनी डिलाइट में काम भी किया है और बाद में वेलस्पन में नौकरी की। इसके बाद उन्होंने फ्लिपकार्ट कि जैसे एक वेबसाइट लांच की।
वह कंपनी के दूसरे सह स्थापक अनुराग अर्जुन सीरियल एंटरप्रेन्योर हैं। वह IRIS  के साथ काम कर चुके है, जो सेंट्रल बैंक जैसी संस्थाओं के द्वारा उपयोग किया जाने वाला सॉफ्टवेयर है। इसके पहले अर्जुन जीएसटी से जुड़े स्टार्टअप लॉन्च कर चुके हैं। अनुराग ने अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल में लिखा है कि ब्लॉकचेन में दुनिया को बदलने की क्षमता है। आप मानो या ना मानो यह सच है एथेरियम और बिटकॉइन ब्लॉकचेन का महत्व इस दुनिया के समक्ष साबित कर दिया है। 
वही कंपनी के तीसरे सह-संस्थापक जयंती कानाणा कंप्यूटर साइंस के इंजीनियर हैं। वह houseing.com (http://houseing.com/) के साथ डाटा साइंटिस्ट के तौर पर काम कर रहे थे। इसके बाद गेम ऑफ थ्रोंस के लिए एक वायदा मार्केट जैसी एप्लीकेशन बनाने की कोशिश की। उसे वह ग्लोबल पेमेंट सिस्टम बनाना चाहते थे। संदीप नेरवाल ने बताया कि पिछले कई समय से पॉलीकॉन की ग्रोथ में तेजी आ रही है। रियल वर्ल्ड एप्लीकेशन के प्रति लोगो को लगाव और बढ़ने के कारण का बाजार तेजी से बढ़ा है।
Tags: Business