खेल : भारत के युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंद ने दुनिया के नंबर एक मैग्नस कार्लसन को हराया

खेल : भारत के युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंद ने दुनिया के नंबर एक मैग्नस कार्लसन को हराया

प्रज्ञानानंद ने कार्लसन के खिलाफ तीन सीधे गेम जीते, जिसमें दो टाईब्रेकर शामिल

भारत के युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंद यानी रमेशबाबू प्रज्ञानानंद ने एफटीएस क्रिप्टो कप शतरंज के अंतिम दौर में दुनिया के नंबर एक मैग्नस कार्लसन को 4-2 के स्कोर से हराकर एक बार फिर देश का नाम ऊंचा किया है। दुनिया के नंबर 1 शतंरज खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन 5 बार विश्व चैंपियन रह चुके हैं। लेकिन भारत के चर्चित ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रज्ञानानंद ने अमेरिका के मायामी में आयोजित एफटीएक्स क्रिप्टो कप के फाइनल राउंड में मैग्नस कार्लसन को 4-2 से हराकर सबको चौंका दिया है। 

जीत के बाद भी प्रज्ञानानंद दूसरे स्थान पर रहे

कार्लसन के खिलाफ जीत के बावजूद, भारत के 17 वर्षीय ग्रैंडमास्टर दूसरे स्थान पर रहे। कार्लसन ने सर्वाधिक अंकों के साथ खिताब अपने नाम किया। उन्होंने कुल 16 अंक हासिल किए। प्रज्ञानानंद ने अपना अभियान 15 अंकों के साथ समाप्त किया। नॉर्वे के कार्लसन ने पहले दो गेम ड्रॉ होने के बाद तीसरा जीता लेकिन प्रज्ञानानंद ने हार नहीं मानी और मैच को टाईब्रेकर तक ले जाने के लिए गेम जीत लिया।

टूर्नामेंट में दूसरे नंबर पर रहना अच्छी बात

कार्लसन पर जीत के बावजूद टूर्नामेंट में दूसरे नंबर पर रहने के बाद प्रज्ञानानंद ने कहा कि मैं पिछले कुछ दिनों के दौरान काफी अच्छा खेल सकता था। लेकिन टूर्नामेंट में दूसरे नंबर पर रहना अच्छी बात है। इससे पहले ऑनलाइन मैचों में भी प्रज्ञानानंद कार्लसन को दो बार हरा चुके हैं।
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