सूरत : बदलते फैशन के दौर में कपड़ा कारोबार बहुत सोच-समझकर करने की जरुरत

सूरत : बदलते फैशन के दौर में कपड़ा कारोबार बहुत सोच-समझकर करने की जरुरत

50 लाख से 1 करोड़ तक की पूंजी वाले छोटे व्यापारियों को अपनी पूंजी गंवानी पड़ी

सूरत के रिंग रोड स्थित एचटीसी मार्केट के दुकान नंबर 506 में ग्रे ट्रेडिंग कारोबार से जुड़े सज्जन महर्षि बताते हैं कि हाल में ट्रेडर्स बैठे हुए हैं यानी व्यापार नहीं के बराबर है। पिछले वर्षों में कारोबार की स्थिति पर चर्चा करते हुए सज्जन भाई ने बताया कि कोरोनाकाल में 15 से 18 महीने के दरम्यान छोटे व्यापारियों की पूंजी चली गई। दुकान मालिक दो-तीन महीने का ही भाड़ा माफ किया बाकी भाड़ा वगैरह व्यापारियों को चुकाना पड़ा, जिससे कर्मचारियों का पगार, लाइट बिल और भाड़ा सहित खर्चा निकाल पाना भी उनके लिए मुश्किल हो रहा था। यही कारण है कि 50 लाख से 1 करोड़ तक की पूंजी वाले छोटे व्यापारियों को अपनी पूंजी गंवानी पड़ी।

 ग्रे फैब्रिक्स में गिरावट होने से जोमैटो फैब्रिक्स जो 23 से 24 रुपये प्रति मीटर था

सज्जन महर्षि बताते हैं कि पूर्व में जो फैब्रिक 19 रुपये प्रति मीटर की दर से खरीदी गई थी वह 15 रुपये प्रति मीटर में बेचना पड़ा। यानी 3 से 6 रुपये प्रति मीटर की दर से व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ा। वर्तमान में ग्रे फैब्रिक्स में गिरावट होने से जोमैटो फैब्रिक्स जो 23 से 24 रुपये प्रति मीटर था, वह आज 17 रुपये या साढ़े 17 रुपये में बिक रहा है। इसी तरह विचित्रा फैब्रिक्स भी साढ़े 18 रुपये प्रति मीटर था, हाल में 16 रुपये प्रति मीटर बिक रहा है। उन्होंने कहा कि सबसे खराब अनुभव कुमारी फैब्रिक्स का हुआ, जो पूर्व में 15-16 रुपये प्रति मीटर बिक रहा था, वह आज 12 रुपये या उससे भी कम में बेचा जा रहा है। कुमारी फैब्रिक्स दो साल तक खूब चली, लेकिन वही कुमारी फैब्रिक्स कितने व्यापारियों को कुंवारा बना गई। यानी नुकसान से उनकी पूंजी डूब गई। 

नित नये डिजाइन मार्केट में आने से कौन सा फैब्रिक्स चलेगा  इसका अनुमान लगाना मुश्किल

 आगामी दिनों में व्यापार को लेकर सज्जन भाई बताते हैं कि हाल की परिस्थिति को देखते हुए व्यापारी सहमे हुए हैं। बाजार में क्या चलेगा क्या नहीं चलेगा इस बारे में निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। कौन सा कपड़ा चलेगा, कौन सा नहीं इसी उधेड़बुन में व्यापारी पड़े हुए हैं। आज के दौर में नित नये डिजाइन मार्केट में आने से कौन सा फैब्रिक्स चलेगा और कितना चलेगा इसका अनुमान लगाना मुश्किल हो रहा है। यार्न बाजार ठंडा है, बहुत उतार-चढ़ाव है। पहले जो फैब्रिक्स 180 में बिक रहा था आज वह 155-160 में बिक रहा है। कॉटन यार्न में भी हाल में बहुत उतार-चढ़ाव है। हाल के दिनों में कपड़ा व्यापार बहुत सोच-समझ कर करने की जरुरत है। यही कारण है कि बाजार को भांपकर ही व्यापारी फैब्रिक्स खरीद रहे हैं। 
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